दस दिवसीय पारंपरिक लोकगीतो की कार्यशाला प्रारंभ
सांस्कृतिक
लोक परम्पराओं का संरक्षण संस्कृति विभाग का प्रमुख उद्देश्य : डा मनोज गौतम
गोरखपुर। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सहयोग से शारदा संगीतालय द्वारा आयोजित 10 दिवसीय पारंपरिक लोकगीतो की कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए बतौर मुख्य अतिथि डॉ मनोज गौतम, उपनिदेशक बौद्ध संग्रहालय ने कहा कि संस्कृति विभाग की कोशिश है कि लोक परम्पराओं के गीतों का संरक्षण हो, यह कार्यशाला निश्चित रुप से इस उद्देश्य की पूर्ति करेगा।
इस अवसर पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित गोरखपुर दूरदर्शन के कार्यक्रम प्रमुख डॉ विजेंद्र नारायण ने कहा कि अनगढ़ हीरों को तराशने का यह कार्य राकेश श्रीवास्तव द्वारा किया जा रहा है निश्चित रूप से बहुत ही प्रशंसनीय है इस कार्यशाला से नई प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का भरपूर मौका मिलेगा।
कार्यशाला के प्रथम दिन प्रशिक्षक राकेश श्रीवास्तव ने सहाना “जाहि दिन बेटी जनम लेली धरती निहसी जाली हो….. …….” सिखाया, जिसे प्रशिक्षणार्थियों ने बहुत ही मनसे सीखा। उद्घाटन सत्र का संचालन शिवेंद्र पांडे ने किया।
इस प्रशिक्षण के प्रथम दिन अमिता श्रीवास्तव, श्वेता सिंह, शिवांगी तिवारी, अविका श्रीवास्तव, कनिष्का श्री अग्रवाल, गीता पाल, पवन कुमार, पंकज मिश्रा सहित दो दर्जन प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।
इस अवसर पर कनक हरी अग्रवाल, अमर चंद्र श्रीवास्तव, मो शकील, पवन पक्षी आदि उपस्थित थे।