गोरखपुर को मिली पहली बंदे भारत ट्रेन
गोरखपुर
पूर्वोत्तर रेलवे को पहली बंदे भारत ट्रेन की सौगात मिल गई है। इसकी रैक आईसीएफ चेन्नई से रवाना हुई जो आज शाम तक गोरखपुर पहुंचने की संभावना है। वहीं सात जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली सेमी हाईस्पीड ट्रैन को गोरखपुर से हरी झंडी दिखा सकते हैं। इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है।
गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे को आठ कोच वाली पहली वंदे भारत ट्रेन मिल गई है। इंटीगरल कोच फैक्ट्री (आइसीएफ) चेन्नई से ट्रेन की रेक गोरखपुर के लिए रवाना हो गई है। शुक्रवार को शाम तक रेक के गोरखपुर जंक्शन यार्ड में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। रविवार और सोमवार को ट्रेन का स्पीड ट्रायल हो सकता है। सात जुलाई को गोरखपुर और कुशीनगर आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूर्वोत्तर रेलवे की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं।
वंदे भारत को संचालित करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे उत्साहित
वंदे भारत को संचालित करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे भी उत्साहित है और अपनी तैयारी तेज कर दी है। ट्रेन को अयोध्या के रास्ते गोरखपुर से लखनऊ और प्रयागराज के बीच चलाने की तैयारी चल रही है। रेलवे प्रशासन ने ट्रेन की समय सारिणी, रूट और ठहराव का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। प्रस्ताव के अनुसार ट्रेन सुबह सात बजे गोरखपुर से रवाना होगी। अयोध्या, लखनऊ होते हुए दोपहर दो बजे तक प्रयागराज पहुंचेगी। प्रयागराज से दोपहर बाद तीन बजे से रवाना होकर यह ट्रेन रात दस बजे तक गोरखपुर पहुंच जाएगी। जानकारों का कहना है कि प्रस्ताव में कुछ संशोधन हो सकता है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार पूर्वोत्तर रेलवे को वंदे भारत ट्रेन की पहली रेक अलाट कर दी गई है।
वंदे भारत को संचालित करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे उत्साहित
वंदे भारत को संचालित करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे भी उत्साहित है और अपनी तैयारी तेज कर दी है। ट्रेन को अयोध्या के रास्ते गोरखपुर से लखनऊ और प्रयागराज के बीच चलाने की तैयारी चल रही है। रेलवे प्रशासन ने ट्रेन की समय सारिणी, रूट और ठहराव का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। प्रस्ताव के अनुसार ट्रेन सुबह सात बजे गोरखपुर से रवाना होगी। अयोध्या, लखनऊ होते हुए दोपहर दो बजे तक प्रयागराज पहुंचेगी। प्रयागराज से दोपहर बाद तीन बजे से रवाना होकर यह ट्रेन रात दस बजे तक गोरखपुर पहुंच जाएगी। जानकारों का कहना है कि प्रस्ताव में कुछ संशोधन हो सकता है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार पूर्वोत्तर रेलवे को वंदे भारत ट्रेन की पहली रेक अलाट कर दी गई है।
160 की रफ्तार के लायक तैयार हो रहा रेलमार्ग
वंदे भारत को चलाने के लिए गोरखपुर-लखनऊ रेलमार्ग को 160 किमी की रफ्तार के लायक तैयार किया जा रहा है। इसके लिए पटरी व सिग्नल सिस्टम को मजबूत करने के साथ संरक्षा और ओवरहेड इक्यूपमेंट (ओएचई) को सुदृढ़ किया जा रहा है। गोरखपुर से लखनऊ के बीच आटोमेटिक ब्लाक सिग्नल सिस्टम लगाने का कार्य तेज कर दिया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए रेल लाइन के किनारे दीवार भी बनाई जा रही है। गोरखपुर-लखनऊ रेलमार्ग 130 किमी की रफ्तार के लायक पहले से ही तैयार है। ट्रेनें 110 किमी प्रति घंटे की गति से चल रही हैं।
मरम्मत के लिए तैयार है गोरखपुर का न्यू वाशिंग पिट
वंदे भारत ट्रेन की मरम्मत व धुलाई-सफाई गोरखपुर स्थित न्यू वाशिंग पिट में ही होगी। रेलवे प्रशासन वाशिंग पिट को अपग्रेड कर रहा है। पिट का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है। शेड (छज्जा) लगाने की तैयारी भी शुरू हो गई है। न्यू वाशिंग पिट में उपकरण दुरुस्त करने के साथ मानव संसाधन बढ़ाने की भी कवायद शुरू हो गई है। मरम्मत और रखरखाव के लिए रेलकर्मी प्रशिक्षित किए जा रहे हैं।