शुभ संकल्प के साथ कार्य करने वाले पर हमेशा भगवान भोलेनाथ की कृपा बरसती है

गोरखपुर

गोरखपुर। महायोगी गुरु गोरक्षनाथ मन्दिर के सानिध्य में श्रीमानसरोवर मन्दिर, अंधियारी बाग, मे श्रावण मास के अवसर पर 18 जुलाई से 24 जुलाई 2023 तक आयोजित श्री शिवमहापुराण कथा के तीसरे दिन गुरुवार को अपराहन 4.00 बजे से कथा व्यास तथा यजमान के उपस्थिति में व्यासपीठ की पूजा आरती किया गया। व्यासपीठ से संत बालकदास जी ने भगवान शिव की कथा प्रारंभ की और कहा कि भगवान भोलेनाथ की कृपा उसी पर होती है जो शुभ संकल्प के साथ अपना कार्य करता है। अच्छे संकल्प से ही विजय श्री मिलती है। भक्ति के विषय में बताते हुए कथा व्यास ने कहा कि भक्ति नौ प्रकार की होती है। माता सती की जिज्ञासा पर भोलेनाथ बताते हैं कि पहली भक्ति भगवान के नाम का श्रवण, दूसरी भगवान का कीर्तन, तीसरी भगवान का स्मरण, चौथी भगवान के चरणों की सेवा, पांचवीं भगवान की अर्चना, छठवीं भगवान की वंदना, सातवीं भगवान के प्रति दासता का भाव आठवीं भगवान साथ मित्रता का भाव और नौवीं आत्म निवेदन है अर्थात खुद को समर्पित कर देना है। इस प्रकार से भगवान को नौ प्रकार से भक्त भजते हैं, तभी भगवान की पूर्ण कृपा प्राप्त होती है। भक्त को भगवान का इस प्रकार से भजन करना चाहिए कि उसे उस समय किसी और का भान ही न रहे। कथा व्यास ने कहा कि व्यक्ति को किसी भी अवस्था में भगवान पर विश्वास रखना चाहिए। भगवान की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए बल्कि भगवान की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
आज की कथा की समाप्ति पर मुख्य यजमान जवाहर लाल कसौधन, वैद्य अरूण कुमार श्रीवास्तव ने व्याासपीठ की आरती किया। इसके पूर्व प्रातः 7 से 8 बजे तक मुख्य यजमान ने रूद्राभिषेक किया। कथा में हनुमान नाथ, स्थानीय पार्षद पवन त्रिपाठी, विनय चतुर्वेदी, विनय गौतम आदि तथा गणमान्य श्रद्धालु उपस्थित थे । कथा समापन के पश्चात श्रद्वालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।

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