तिरंगे का सम्मान स्वयं का सम्मान भारत माता का सम्मान : डा• रूप कुमार
गोरखपुर
मनाया राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा दिवस
गोरखपुर। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा दिवस मनाया गया। विश्व का सबसे लंबा तिरंगा समिति के तत्वावधान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का जन्म दिवस मनाया गया। देश की आजादी के बलिदानीयों के सम्मान में विश्व पटल पर 12 कुंटल तिरंगे के साथ कार्य करने वाली विश्व की अद्भुत संस्था ने पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा की साफ सफाई की, उसके पश्चात गंगाजल से नेताजी की प्रतिमा को स्नान कराया व 76 फीट तिरंगे के साथ नेताजी का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक एवं समाजसेवी डॉ रूप कुमार बनर्जी ने कहा कि 22 जुलाई 1947 को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को संवैधानिक रूप से देश की आजादी के लिए अंगीकार किया गया। उसके पश्चात 15 अगस्त 1947 को सार्वजनिक रूप से भारत को तिरंगा समर्पित किया गया। इस प्रकार से 22 जुलाई को तिरंगे का जन्मदिवस के रूप में भारत के राष्ट्रवादी विचारधारा के लोग एक उत्सव के रूप में मनाते हैं।
विश्व का सबसे लंबा तिरंगा समिति राष्ट्रीय संयोजक रघुवंश हिंदू के नेतृत्व में गोरखपुर में प्रत्येक वर्ष तिरंगे का अंगीकार दिवस के रूप में मनाती है और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के सम्मान के लिए दुनिया का सबसे लंबा तिरंगा जिसकी लंबाई 16 किलोमीटर वजन 12 कुंटल है, देश की सुरक्षा में तथा देश की विचारधारा पोषित करने वाले जवानों के सम्मान में ऐतिहासिक व विश्वस्तरीय कार्य करती है।
कार्यक्रम में गुरुद्वारा प्रमुख सरदार जसपाल सिंह प्रयास एक परिवर्तन के प्रमुख प्रवीण श्रीवास्तव, दिलीप शाही, वैद्य सुरेंद्र प्रसाद तिवारी, आप के महानगर अध्यक्ष विजय कुमार श्रीवास्तव, डॉक्टर अनिल योगी, हरि नारायण दुबे, विष्णु देव शर्मा ” चेलौटी “, पंडित सीपीएम त्रिपाठी, डॉ शोभित श्रीवास्तव, श्री कृष्ण नंदन पांडेय, डॉक्टर सुधाकर श्रीवास्त, केंद्रीय संयोजक रघुवंश हिंदू आदि लोग उपस्थित रहे।