जिस घर में शंख की ध्वनि और वेद मन्त्र गूंजते हैं वहां पर रोग नहीं पनपते : संत बालक दास
गोरखपुर
गोरखपुर। श्री गोरखनाथ मंदिर के सानिध्य में श्री मानसरोवर मन्दिर, अंधियारी बाग में सप्त दिवसीय चलने वाली श्रीशिव महापुराण कथा के छठवें दिन रविवार को कथा व्यास संत बालकदास ने व्यासपीठ से कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान हर और भगवान हरि में अन्तर सिर्फ इतना है कि एक विश्वनाथ हैं तो दूसरे जगन्नाथ हैं। उन्होंने कहा कि भगवान विष्णु शालिग्राम के रूप में साक्षात निवास करते हैं।
कथा व्यास ने कहा कि जिस घर में शालिग्राम हो, शंख हो और तुलसी हों, उस घर में कभी दरिद्रता नहीं आ सकती। जिस घर में शंख की ध्वनि और वेद मन्त्रों की गूंज सुनाई देती है, वहाँ पर किसी को कोई रोग नहीं होता है। कथा व्यास ने भारत का गौरव गान करते हुए बताया कि दुनिया के अन्य सभी देशों की भूमि भोग भूमि हैं किंतु हमारे भारत की भूमि योग भूमि है। अन्य देशों के लोग मरते हैं लेकिन भारत के लोग मरते नहीं संसार से तरते हैं।
परमात्मा का अंश होता है हर जीवः कथा व्यास ने कहा कि प्रत्येक जीव परमात्मा का अंश होता है, हम कोई मामूली व्यक्ति नहीं हैं अपितु उसी परमात्मा के अंश हैं। हमें जब यह पता नहीं होता है तब तक हम भ्रम में रहते हैं किन्तु जिस दिन किसी सन्त या गुरु के द्वारा हमें यह ज्ञान कराया जाता है तब हमें स्वरूप का पता चलता है तब उस परमात्मा से अपना एकाकार करते हैं।
इसी प्रसंग के साथ आज की कथा समाप्त हुई। समाप्ति के पूर्व यजमानगण द्वारा व्यासपीठ की आरती हुई। कथा समाप्ति पर श्रद्धालुओ को प्रसाद वितरित किया गया।
कथा में आज के यजमान वैद्य अरुण कुमार श्रीवास्तव, कपिलमुनि सिंह, राकेश सिंह सहित, पार्षद पवन त्रिपाठी, विनय चतुर्वेदी, विनय गौतम, हनुमान नाथ आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा में उपस्थित रहे।
कल की कथा प्रातः 10 बजे से प्रारम्भ होगी और अपराहन 12 बजे समाप्त होगी । कथा समाप्ति के बाद परिसर में भंडारा का आयोजन किया गया है। गोरखनाथ मन्दिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ जी ने श्रद्धालुओं से बड़ी संख्या में उपस्थित होकर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य के भागी बने की अपील की है ।