बाबा महाकाल की सवारी पहुंची रामघाट, जय श्री महाकाल के घोष के साथ पुष्पवर्षा

उज्जैन

मां शिप्रा के जल से होगा विशेष पूजन

12 ज्योतिलिंर्गों में से एक दक्षिणमुखी भगवान श्री महाकालेश्वर की श्रावण/भाद्रपद माह में निकलने वाली पांचवीं सोमवार की सवारी आज नगर में धूमधाम से निकलना शुरू हो गई है। आज बाबा महाकाल के श्री चंद्रमौलेश्वर के रूप में पालकी में तथा हाथी पर श्री मनमहेश और गरुड़ पर शिव तांडव, नंदी रथ पर उमामहेश, डोल रथ पर होलकर स्टेट स्वरूप में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले।

श्रद्धालुओं ने की जय श्री महाकाल के घोष के साथ पुष्पवर्षा

भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर पालकी में सवार होकर अपनी प्रजा का हाल जानने और भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। पालकी जैसे ही श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य् द्वार पर पहुंची सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में सवार श्री चन्द्रमोलेश्वर को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई। सवारी मार्ग में स्थान-स्थान पर खडे श्रद्धालुओं ने जय श्री महाकाल के घोष के साथ उज्जैन नगरी के राजा भगवान श्री महाकालेश्वर पर पुष्पवर्षा की।


सवारी प्रारंभ होने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में षोडशोपचार पूजन-अर्चन श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित घनश्याम शर्मा द्वारा करवाया गया। इस दौरान सभा मंडप में भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर का विशेष पूजन अर्चन महाराष्ट्र के प्रमुख संत कालीचरण महाराज महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी, पूर्व मंत्री पारस जैन, महापौर मुकेश टटवाल, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर का षोडशोपचार से पूजन-अर्चन किया। इसके पश्चात भगवान की आरती की गई। आरती के पश्चात भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर पालकी में और हाथी पर श्री मनमहेश और गरुड़ पर शिव तांडव, नंदी रथ पर उमामहेश, डोल रथ पर होलकर स्टेट स्वरूप मे विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकले। सवारी जैसे ही मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची वैसे ही सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान चंद्रमौलेश्वर को गॉड ऑफ ऑनर सलामी दी गई।

तोपची देते है बाबा महाकाल के आने की सूचना

बाबा महाकाल की सवारी मे सबसे आगे तोपची होते हैं जो कि उनके आने की सूचना देते हैं। जैसे ही सवारी आगे बढ़ती है वैसे ही तोप की आवाज इस बात का परिचायक होती है कि सावधान हो जाएं उज्जैन के राजा बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर पधार रहे हैं।
महाकाल की पांचवीं सवारी से पहले सभा मंडप में भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर का विशेष पूजन अर्चन किया गया। इस पूजन में पूर्व मंत्री पारस जैन, महापौर मुकेश टटवाल, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा किया गया। इस दौरान सभागृह में महाराष्ट्र के प्रमुख संत कालीचरण महाराज भी पहुंचे, जिन्होंने भगवान चंद्रमौलेश्वर का पूजन अर्चन कर उनका आशीर्वाद लिया। महाराष्ट्र के प्रमुख संत कालीचरण महाराज ने सभा मंडप में बाबा महाकाल का पूजन-अर्चन किया। सभा मंडप में पूजन के बाद बाबा महाकाल की सवारी शुरू हो गई।

सवारी आने के पहले आवाज लगाते हैं महाकाल के अंगरक्षक

महाकाल पाठक वंश परंपरा से तीसरी पीढ़ी में भगवान के अंगरक्षक का दायित्व संभाल रहे हैं।

अनंतकोटी…ब्रह्माड नायक…राजाधिराज महाकाल महाराज नगर भ्रमण के लिए पधार रहे हैं। अवंतिकानाथ भगवान महाकाल के अंगरक्षक महाकाल पाठक के इस उद्घोष के साथ ही श्रावण-भदौ मास में भगवान महाकाल की पालकी नगर भ्रमण के लिए रवाना होती है। पाठक तीन पीढ़ी से भगवान के चौबदार अर्थात अंगरक्षक हैं। काफी कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कf सवारी में अश्वरोही दल, सशस्त्र बल की टुकड़ी भी राजवंश की परंपरा का प्रतीक है। इसी प्रकार उनके साथ एक अंगरक्षक भी रहता है, दार इन्हें चौबदार भी कहते हैं जो भगवान के नगर भ्रमण पर रवाना होने तथा पालकी के मंदिर पहुंचने पर भगवान के जाने और आने की घोषणा करते हैं।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी ने बताया कि, श्री महाकालेश्वर भगवान की 7 अगस्त को निकलने वाली पांचवी सवारी में पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव और नन्दी रथ पर उमा-महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे।

Related Articles