कथाव्यास पंडित श्रीकांत शास्त्री महाराज बोले, ब्राह्मण पूजनीय
गोरखपुर
गोरखपुर। कोलकाता से आए कथावाचक पंडित श्रीकांत शास्त्री महाराज ने बेतियाहाता स्थित मंगला माता मंदिर के पास शाह हाता में पुरषोत्तम मास के तीसरे सोमवार को आयोजित शिव पुराण कथा में बोले, कहा कि पूजन और सत्संग प्रवचन हमेशा पुरोहित ब्राह्मण से करना चाहिए। तभी पूजा पाठ का फल मिलता है।
शिव पुराण कथा का बखान कथाव्यास पंडित श्रीकांत शास्त्री महाराज ने किया। उन्होंने कहा कि भगवान की आराधना और उपासना करने हक प्रत्येक जीव को है, और परिवार और समाज की कल्याण के लिए इसे करना भी चाहिए। परंतु, पूजन और सत्संग प्रवचन हमेशा पुरोहित ब्राह्मण से करना चाहिए।
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क्यों कि भगवान और भक्त के बीच का माध्यम ब्राह्मण ही होता है। यजमानों के द्वारा कराए गए पूजा पाठ का फल तभी मिलता है, जब वेद ब्राह्मणों के द्वारा उसे किया जाए।
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कथा व्यास ने कहा कि भगवान ने ब्राह्मणों को वो शक्ति प्रदान की है, जिसके द्वारा ब्रह्मण अपने मंत्रोचार के आह्वान से 33 करोड़ देवी देवता को चावल के दानों में भी आने के लिए मजबूर कर देते हैं।
उन्होंने कहा कि पूजा के प्रारंभ में सोपारी और मौली में भगवान गणेश समेत अन्य देवताओं को आमंत्रित किया जाता है। तब पूजा की श्री गणेश होता है यह शक्ति सिर्फ ब्राह्मण को प्रदान है।
ब्राह्मण हमेशा से पूजनीय रहे हैं। इनका तिरस्कार कभी नहीं करना चाहिए, बल्कि इनका चरण स्पर्श और पूजा करना चाहिए।