हास्य कवि सम्मेलन में वीर रस की कविताओं से श्रोता मंत्रमुग्ध

गोरखपुर

गोरखपुर। एक नई आशा द्वारा बृहद हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन मुख्य अतिथि डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव एवं विशिष्ट अतिथि अरुणेश शाही

मंच पर कविता पढ़ते हरीश हिंदुस्तानी, दीपक गुप्ता, अंकिता सिंह और नन्ही कवित्री कनक श्री अग्रवाल।

एक नई आशा के संस्थापक आशीष छापड़िया, सीमा छापड़िया, अध्यक्ष तन्वी अग्रवाल, सचिव डॉ निशि अग्रवाल, विश्व विख्यात कविगढ़ शंभू शिखर, अंकिता सिंह, दीपक गुप्ता, हरीश हिंदुस्तानी, योगेंद्र शर्मा द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ हुआ।

कविताओं से सराबोर ठहाके लगाते श्रोतागण।

कार्यक्रम के सभी प्रायोजकों को सम्मानित करने के पश्चात अध्यक्ष तन्वी अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में संस्था का संक्षिप्त परिचय दिया कवि सम्मेलन की शुरुआत सरस्वती वंदना अंकिता सिंह जी द्वारा की गई।

मेयर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव को स्मृति चिन्ह भेंट करते एक नई आशा के लोग।

पश्चात राजस्थान से आए हरीश हिंदुस्तानी जी ने राजस्थानी शैली में सबको हंसा हंसा कर लोटपोट कर दिया।
जब मंच से सबसे छोटी कवित्री कनिष्का श्री अग्रवाल ने रश्मिरथी एवं कलम आज उनकी जय बोल सुनाया तो सभी श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।

ऐश्प्रा समूह के निदेशक अतुल सराफ को स्मृति चिन्ह भेंट करते आशीष छापड़िया व संस्था के लोग।

इसके बाद भीलवाड़ा राजस्थान से योगेंद्र शर्मा ने अपनी वीर रस की कविता विश्वगुरू की ध्वजा चाँद पर,
चंद्रयान की विजय महान।
अब चिड़िया से बाज़ बनेगा
मेरा प्यारा हिंदुस्थान
द्वारा श्रोताओं को देशभक्ति की भावनाओं से उत्प्रोत कर दिया।

गैलेंट समूह के निदेशक चंद्र प्रकाश अग्रवाल (चंदू बाबू) को स्मृति चिन्ह भेंट करते संस्था के लोग।

इसके पश्चात गुरुग्राम से पधारे हास्य एवं व्यंग रस के कवि श्री दीपक गुप्ता ने अपनी कविता

ये दुनिया हर पल तुमको भरमाएगी
जीवन के चौराहे पर भटकाएगी
ख़ुद पर रखो भरोसा फिर सच्चे मन से
किस्मत को आवाज़ लगाओ, आएगी से सबको खूब गया हंसाया एवं गुदगुदाया।

हास्य कवि सम्मेलन में शामिल शहर के गणमान्य लोग।

इसके पश्चात दिल्ली से पधारी अंकिता सिंह द्वारा श्रृंगार रस के गीतों से लोगों को मंत्र मुक्त कर दिया।

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