जैन धर्मावलियों का “दसलक्षण महापर्व” 19 से प्रारंभ
गोरखपुर
गोरखपुर। जैन धर्मावलंबियों का दस दिवसीय तक चलने वाली पूजा अभिषेक का “दसलक्षण महापर्व” 19 से प्रारंभ होगा। तप व त्याग की महापर्व दसलक्षण महापर्व 19 सितंबर से मनाया जाएगा। इसके अंतर्गत प्रतिदिन प्रातः 7:30 बजे श्री जी का पंचामृत अभिषेक, पूजा एवं दसलक्षण महापर्व, सोलहकारण पर्व इत्यादि की पूजा अर्चना होगी एवं सायं काल भगवान के सभी बेदीयों पर संध्या एवं आरती होगा। जिसमें 24 सितंबर को सुगंध दशमी व्रत की पूजा होगी एवं 28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी व्रत की पूजा होगी। उसी दिन अपरान्ह 3:00 बजे श्री श्री 1008 भगवान अनंतनाथ जी का 108 रजत कालशो से पंचामृत अभिषेक संपन्न होगा। दसलक्षण महापर्व का समापन दिनांक 30 सितंबर को क्षमावाणी पर्व मना कर किया जाएगा।
श्री पारसनाथ दिगंबर जैन सोसायटी के अध्यक्ष पुष्पदंत जैन ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गोरखपुर इसमें स्थित श्री श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर आर्य नगर दक्षिणी, गोरखपुर में जैन धर्मावलंबियों के द्वारा तप व त्याग की महापर्व दसलक्षण महापर्व 19 सितंबर से मनाया जाएगा। इसके अंतर्गत प्रतिदिन प्रातः 7:30 बजे श्री जी का पंचामृत अभिषेक, पूजा एवं दसलक्षण महापर्व, सोलहकारण पर्व इत्यादि की पूजा अर्चना होगी एवं सायं काल भगवान के सभी बेदीयों पर संध्या एवं आरती होगा।
जिसमें 24 सितंबर दिन रविवार को सुगंध दशमी व्रत की पूजा होगी एवं 28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी व्रत की पूजा होगी। उसी दिन अपरान्ह 3:00 बजे श्री श्री 1008 भगवान अनंतनाथ जी का 108 रजत कालशो से पंचामृत अभिषेक संपन्न होगा। दसलक्षण महापर्व का समापन दिनांक 30 सितंबर को क्षमावाणी पर्व मना कर किया जाएगा। जिसमें समाज के लोग एक दूसरे से एवं जगत में प्राणी मात्र से अपने किए हुए किसी भी व्यवहार या क्रिया से अगर आपको कष्ट पहुंचा हो उसके लिए क्षमा मांगते हैं एवं दूसरों को क्षमा करते हैं।