पितृपक्ष का आज आखिरी दिन है, करें पीपल से जुड़े उपाय, पितरों का मिलेगा आशीर्वाद
गोरखपुर
- पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।
- पितरों की याद में दीपदान करना चाहिए।
- सर्वपितृ अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना शुभ होता है।
पितृ पक्ष का आज अंतिम दिन है। इसे पितृ विसर्जन अमावस्या कहते हैं। यानि कि जिन पितरों की तिथि आज हो या जिसकी तिथि की जानकारी नहीं हो ऐसे सभी पितृ का आज विसर्जन करने का दिन है। अपने समर्थ अनुसार पितरों पूरे विधि विधान से विदाई करें। ऐसे में आप पीपल के पेड़ के कुछ उपाय कर पितरों का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। पितृपक्ष के दौरान हमारे पूर्वज पीपल के पेड़ पर निवास करते हैं।
आचार्य पंडित राम कैलाश चौबे,
गोरखपुर। पितृ पक्ष का समय एक महत्वपूर्ण अवधि मानी जाती है। इस अवधि में पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान आदि किया जाता है। इससे पितर प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं। पितृ पक्ष का आज अंतिम तिथि है। ऐसे में आप पीपल के पेड़ के कुछ उपाय कर पितरों का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। पितृपक्ष के दौरान हमारे पूर्वज पीपल के पेड़ पर निवास करते हैं। ऐसे में आपको सुबह होने से पहले उठकर स्नान आदि करना चाहिए और पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें। इस बात का ध्यान रखें कि पानी की बर्बादी न हो, अन्यथा पितर पूजा स्वीकार नहीं करेंगे।
पीपल के पास जलाएं दीपक
पितृ पक्ष के दौरान प्रतिदिन रात के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इसके अलावा पितरों की याद में दीपदान करना चाहिए। इस उपाय से पितर प्रसन्न होते हैं और परिवार पर अपनी कृपा बरसाते हैं।
करें हनुमान चालीसा का पाठ
हनुमान चालीसा का पाठ करना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसका प्रतिदिन पाठ करने से बजरंगबली की कृपा प्राप्त होती है। आप पितृ पक्ष में पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं। इस उपाय को करने से हनुमान जी अपनी कृपा बरसाते हैं और जातक के जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं।
अमावस्या पर करें ये उपाय
सर्वपितृ अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना शुभ होता है। पूजा के बाद पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करें। सरसों के तेल में काले तिल मिलाकर दीपक का छाया दान करने पितर प्रसन्न होते हैं। इस उपाय को करने से शनि के प्रकोप से भी छुटकारा मिलता है।