ऐश्प्रा फाउंडेशन द्वारा एसएसपी ऑफिस कैंपस में स्थापित एक और नि:शुल्क आरओ व चिल्ड वाटर प्लांट का हुआ लोकार्पण
गोरखपुर
ऐश्प्रा फाउंडेशन के संरक्षक बाल कृष्ण सराफ और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गौरव ग्रोवर द्वारा किया गया नि:शुल्क आरओ व चिल्ड वाटर प्लांट का लोकार्पण
– आरओ प्लांट की क्षमता 800 लीटर प्रति घंटे व स्टोरेज क्षमता एक हजार लीटर की
गोरखपुर। ऐश्प्रा फाउंडेशन द्वारा एसएसपी ऑफिस कैंपस में गुरुवार को नि:शुल्क आरओ व चिल्ड वाटर प्लांट का लोकार्पण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर और ऐश्प्रा फाउंडेशन के संरक्षक बाल कृष्ण सराफ द्वारा किया गया। इस अवसर पर एसपी-सिटी, कृष्ण कुमार विश्नोई और ऐश्प्रा फाउंडेशन के अतुल सराफ, अनूप सराफ, वैभव सराफ और सौमित्र सराफ सहित अन्य लोग भी उपस्थिति रहे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने कहा कि ‘जनहित को ध्यान में रखते हुए ऐश्प्रा फाउंडेशन की यह पहल बहुत उपयोगी है, इससे वहां आने जाने वाले सभी फरियादियों के साथ ही हमारे पुलिस कर्मियों को भी काफी राहत मिलेगी। इस तरह के प्रयास के लिए अन्य संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए हम सब मिलकर ही जनहित के कार्यों और देश के विकास में सहायक हो सकते हैं।‘
ऐश्प्रा फाउंडेशन के श्री अतुल सराफ और अनूप सराफ ने संयुक्त रूप से कहा, “ऐश्प्रा फाउंडेशन अपनी सामाजिक जवाबदेही और जिम्मेदारी को निभाने के लिए हमेशा तत्पर है। इसी क्रम में हम लोगों ने यह ग्यारहवां नि:शुल्क आरओ व चिल्ड वाटर प्लांट लगाया है। जनहित को ध्यान में रखते हुए, ऐश्प्रा फाउंडेशन इसका विस्तार गोरखपुर के बाहर भी कर रहा है, जल्दी ही हम अयोध्या और रायबरेली में दो-दो नि:शुल्क आरओ व चिल्ड वाटर प्लांट लगाने जा रहे हैं। हाल ही में हमने आजमगढ़ में दो जगहों पर नि:शुल्क आरओ व चिल्ड वाटर प्लांट लगाए हैं। उन्होंने आगे बताया कि 800 लीटर प्रति घंटे पानी शुद्ध करने की कैपेसिटी वाला यह आरओ व चिल्ड वाटर प्लांट पूरी तरह स्वचलित है। पानी शुद्ध करने के दौरान इससे निकलने वाला पानी वेस्ट नहीं होता बल्कि वह पानी वाटर हार्वेस्टिंग तकनीक से वापस जमीन में चला जाता है।
ऐश्प्रा फाउंडेशन लंबे समय से अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए सामाजिक व सामुदायिक विकास हेतु लोगों को आधारभूत एवं आवश्यकता आधारित सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में फाउंडेशन की आगे भी अन्य जगहों पर नि:शुल्क आरओ व चिल्ड वाटर प्लांट लगाने की योजना है।