विशाल भंडारे के साथ मातेश्वरी महायज्ञ, शक्तिलीला, श्रीमद्देवी भागवत कथा का समापन
गोरखपुर
गोरखपुर। शारदीय नवरात्रि पर आयोजित मातेश्वरी महायज्ञ, शक्तिलीला, श्रीमद्देवी भागवत कथा का समापन गोरखनाथ स्थित पचपेड़वा माता मातेश्वरी सेवा दरबार (नौ देवी मनोकामना सिद्ध शक्तिपीठ) में रविवार को एक विशाल भण्डारे के साथ हुआ।
विशाल भण्डारे का आरम्भ में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच माता आदि शक्ति जगत जननी पचपेड़वा वाली जगदम्बा का पूजन अर्चन किया गया। सायं 5 बजे सर्वप्रथम 108 कन्याओं एवं बच्चों के चरण को धुलकर, रंगकर, चुनरी ओढ़ाकर एवं पूजन कर भण्डारे के भोग को ग्रहण कराया गया, तत्पश्चात माता मातेश्वरी सेवा दरबार का विशाल मातेश्वरी भण्डारा आरम्भ हो गया। भण्डारे के प्रसाद को ग्रहण करने के लिए माता भक्त कतार बद्ध होकर प्रतीक्षा करने लगे। अपनी बारी आने पर माता भक्तों ने श्रद्धापूर्वक भण्डारे के प्रसाद को ग्रहण कर अपने आपको सौभाग्यशाली समझा। भण्डारे का कार्यक्रम देर रात्रि तक चलता रहा।
भण्डारे के साथ ही भजन संध्या, माँ भगवती जागरण कार्यकर्ता भक्तों का सम्मान व माता मातेश्वरी सत्संग का आयोजन किया गया। माता मातेश्वरी सत्संग में परमपूज्य सद्गुरु श्रीमाता गुरू श्री एवं श्रद्धेय भइया जी द्वारा माता भक्तों को अमृतवाणी का रसपान कराया गया। परम् पूज्य सद्गुरू श्री माता गुरू श्री के द्वारा अमृतवाणी में भाता आदिशक्ति के बारे में बताया गया कि “शक्ति घट-घट कण-कण रोम-रोम में विराजमान रहती है। शक्ति हर जीव-जन्तु सभी में विराजमान है बिना उनके हमारा शरीर निष्प्राण है। जब कोई बेसहारा माता आदिशक्ति को सहारा बना लेता है तब उसका सदैव कल्याण होता है।
कार्यक्रम में निम्न माता भक्तों का सराहनीय योगदान था राजदेव जायसवाल, आचार्य सुनील जी, फूलचन्द शर्मा, गणेश शर्मा, अरूण त्रिपाठी, रविन्द्र रावत, ईश्वर चन्द विद्यासागर, सुरेन्द्र मुस्कान, जीतन सेठ, महेन्द्र कुमार, रामहरि मास्टर जी, राजेश्वरी माता, रिकेश्वरी देवी, रीता चौरसिया, संजू मालिन, मतीरा देवी, कबूतरा माता, धर्मशीला राय, गुड्डी देवी, प्रवीन, दीपाकर, बबलू प्रजापति, जितेन्द्र, अनिल, गुडडू, प्रहलाद, पिंगला चौधरी, पुष्पा, अनीता, एवं माता मातेश्वरी परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे।