शिक्षा ही गरीबी दूर करने का एकमात्र माध्यम : हरिवंश
गोरखपुर
गोरखपुर। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि शिक्षा, गरीबी दूर करने की चेतना लाने का एकमात्र माध्यम है। किसी बड़े घराने में पैदा होना भाग्य पर निर्भर है लेकिन शिक्षा से एक व्यक्ति बड़े घरानों से भी आगे अपना यश लिख सकता है। शिक्षा ने भाग्य आधारित समृद्धि के पुराने रास्ते की अवधारणा को बदल दिया है।
हरिवंश नारायण रविवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 91वें संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा आज जीवन में मुक्ति का रास्ता है। बड़े घर में पैदा होना किसी के लिए भाग्य की बात है। लेकिन शिक्षा ने आज यह अवसर दिया है कि कोई भी व्यक्ति लक्ष्य, परिश्रम और समर्पण से अपना भाग्य बदल सकता है। शिक्षा ने गरीबी को दूर किया है। अमेरिका जैसे देश अपनी शिक्षा के कारण ही शीर्ष पर हैं और दुनिया की रहनुमाई कर रहे हैं। शिक्षण संस्थानों का तरक्की में बड़ा योगदान है। स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के कारण सिलिकॉन वैली पूरी दुनिया को नित नए तकनीक दे रहा है।
उन्होंने इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति का उद्धरण देते हुए कहा कि शिक्षा के बूते ही उन्होंने दुनिया की प्रतिष्ठित कम्पनी बना डाली। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के योगदान की चर्चा करते हुए हरिवंश नारायण ने कहा कि इस शिक्षा परिषद में बौद्धिक, मानसिक शारीरिक विकास के साथ चरित्र निर्माण का जो काम होता है वह शायद ही दुनिया में कहीं और होता होगा।
समृद्ध विरासत को आगे बढ़ा रहे योगी
महंत दिग्विजयनाथ ने शैक्षिक क्रांति की जो शुरुआत की थी, महंत अवेद्यनाथ ने उसे आगे बढ़ाया। महंत अवेद्यनाथ ने सामाजिक समरसता लाने और सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए आजीवन प्रयास किया। योगी आदित्यनाथ उन दोनों महान संतों की समृद्ध विरासत और परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। नाथ पंथ की सर्वोच्च पीठ होने के साथ गोरक्षपीठ जनजागरण, शिक्षा और सेवा का भी केंद्र है।
भविष्य में दिखेगा नकल रोकने का असर
हरिवंश नारायण ने कहा कि प्रतिभा प्रकृति प्रदत नहीं है, यह परिश्रम से जुड़ा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में नकल रोका गया है। पहले नकल करने व कराने की प्रवृत्ति बढ़ रही थी। पहले जितने परीक्षार्थी होते थे, उसके अधिक संख्या में नकल कराने वाले लोग परीक्षा केंद्रों पर पहुंचते थे। यह प्रतिभाओं के साथ अन्याय था। योगी सरकार ने नकल पर रोक लगाकर उल्लेखनीय कार्य किया है। नकल रोकने का असर आने वाले वर्षों में दिखेगा। योगी सरकार द्वारा शिक्षण संस्थानों के इंडस्ट्री से जुड़ने और नवाचार अनुसंधान पर ध्यान देने के आह्वान की तारीफ करते हुए राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि इससे कई चुनौतियों का समाधान निकलेगा।