24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ व श्रीमद प्रज्ञा पुराण कथा 18 से शुरू

गोरखपुर

गोरखपुर। गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट के तत्वावधान में पादरी बाजार क्षेत्र के ईस्टर्नपुर में 18 से 21 अप्रैल 2024 को 24 कुण्डीय गायत्री-महायज्ञ एवं श्रीमद पावन प्रज्ञा पुराण कथा का आयोजन की तैयारी किया जा रहा है। इसमें 251 युवा दम्पति, 108 युवा भाई, 108 युवा बहनें भारतीय संस्कृति-संस्कार युक्त जीवन जीने एवं पर्यावरण संवर्धन हेतु एक पौधा-एक पुत्र समान रोपण किया जायेगा। गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी एवं युवा समन्वयक दीना नाथ सिंह ने बताया कि अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशानुसार देश भर में राष्ट्र जागरण अभियान के क्रम में गायत्री-महायज्ञों की विराट श्रृखंला चल रही है, जिसमे 24 कुण्डीय, 108 कुण्डीय, 151 कुण्डीय, 251 कुण्डीय यज्ञों के साथ ही नारी जागरण, युवा जागरण, पर्यावरण संवर्धन, व्यसन (नशा) उन्मूलन अभियान के सम्मेलन कार्यक्रम किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इसी क्रम मे शहर के पादरी बाजार क्षेत्र के ईस्टर्नपुर चर्च रोड पर जय राधाकृष्ण भवन के सामने प्रांगण मे 18 से 21 अप्रैल 2024 को 24 कुण्डीय गायत्री-महायज्ञ एवं श्रीमद पावन प्रज्ञा पुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है। इस यज्ञीय आयोजन मे 251 युवा दम्पति, 108 युवा भाई, 108 युवा बहनें “हम सुधरेगें-युग सुधरेगा-हम बदलेंगें-युग बदलेगा” के सूत्र पर भारतीय संस्कृति-संस्कार युक्त जीवन जीने एवं पर्यावरण संवर्धन हेतु एक पौधा-एक पुत्र समान रोपण करने एवं नशा मुक्त राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेगें एवं इच्छुक भाई बहिनों को एक पौधा-एक पुत्र समान के संकल्प के साथ रोपण करने के लिए वितरित किया जायेगा।

दीनानाथ सिंह ने बताया कि नारी सशक्तिकरण वर्ष के क्रम में कर्मठ-सक्रिय-संघर्षशील महिला मण्डल सम्मान, उत्कृष्ट युवा सम्मान, उत्कृष्ट परिव्राजक सम्मान, उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान, प्रबुद्ध वर्ग सम्मान के साथ-साथ गायत्री परिवार के अभिभावक स्वरुप वरिष्ठ अग्रज सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा।

मुख्य प्रबंध ट्रस्टी ने बताया कि उपरोक्त कार्यक्रम के परिप्रेक्ष्य मे पूरे शहर के विभिन्न क्षेत्रों मे 51 दीपयज्ञ एवं 24 पंचकुण्डीय गायत्री यज्ञ होना है। आज भारत पूरे विश्व का प्रतिनिधित्व कर रहा है, जबकि कुछ अपने देश के मंदबुद्धि लोग हमारे युवाओं को भ्रमित कर रहे है। जिसके परिणाम स्वरूप आज का युवा अपने देवों के महान संस्कृति भारतीय संस्कृति-संस्कार को छोड़ पश्चिमी सभ्यता के फैशन और व्यसन (नशा) मे अपने आपको बर्बाद कर रहा है।

उन्होंने बताया कि गायत्री परिवार पूरे देश ही नही बल्कि पूरे विश्व मे भारतीय संस्कृति-संस्कार के प्रचार प्रसार और देश मे युवाओं को संस्कारित, चरित्रवान एवं राष्ट्रभक्त बनाने के लिए कई प्रकार के अभियानों को गति दे रहा है।

 

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