राममय माहौल में ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वरों को दी भावांजलि
गोरखपुर
- श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में गोरखनाथ मंदिर में छाया रहा उल्लास
- भजन, कीर्तन, रामायण पाठ पारायण के साथ आतिशबाजी भी हुई
- अक्षया फाउंडेशन ने किया सांस्कृतिक कार्यक्रम व दीपोत्सव का आयोजन
गोरखपुर। श्रीअयोध्याधाम में श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में सोमवार को गोरखनाथ मंदिर पूरी तरह राममय रहा। राममय कीर्तन के बीच यहां चल रहे श्रीरामायण पाठ की पूर्णाहुति हुई तो गुरु गोरखनाथ की, ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वरद्वय महंत दिग्विजयनाथ जी एवं महंत अवेद्यनाथ जी की समाधि स्थल पर विशेष पूजा अर्चना की गई। दोपहर में जैसे ही अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पूर्ण हुआ, यहां गोरखनाथ मंदिर में ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा के समक्ष जमकर आतिशबाजी कर उल्लासपूर्ण कृतज्ञता व्यक्त की गई। मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण भी दिखाया गया।
इसी क्रम में गोरखनाथ परिसर में अक्षया फाउंडेशन की तरफ से ‘भावांजलि’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के मध्य रंगोली सजाकर दीपमालिकाओं को प्रज्ज्वलित कर राम मंदिर आंदोलन में गोरक्षपीठ के योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे देवीपाटन शक्तिपीठ के महंत मिथिलेश नाथ ने गुरु गोरखनाथ जी के चित्र समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर तथा श्रीरामदरबार, महंत दिग्विजयनाथ एवं महंत अवेद्यनाथ के चित्रों पर माल्यार्पण कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संगम मिश्र की तरफ से गणेश वंदना एवं सरस्वती वंदना की प्रस्तुति के बाद दुर्गा जायसवाल एवं टीम के समूह ‘नृत्य आरंभ है प्रचंड’ ने लोगों में देशभक्ति का जोश भर दिया। जोश के इस माहौल को सागर ने ‘शिव बम बम भोले’ गीत पर शानदार नृत्य कर महादेव के विविध रूपों को जीवंत किया। नृत्य की प्रस्तुतियों के क्रम में ‘राम आएंगे’ पर साक्षी और ‘केसरी के लाल’ गीत पर आराध्या ने सबको भाव विभोर कर दिया। सागर एवं टीम का समूह नृत्य ‘राम सियाराम, राम सियाराम, जय जयराम’ ने’ रामरस में डूबा रहा। शिवानी ने ‘रघुपति राघव राजा राम’ गीत पर कर सबका मन मोह लिया। नृत्य से बने भक्तिमय वातावरण को सुरों से भी सजाया गया। अंकिता सिंह ने ‘तेरी मंद मंद मुस्कनिया’ से श्रीराम के बाल स्वरूप को झंकृत किया तो खुशी, रितु, अशिसा ने ‘नगरी हो अयोध्या सी’ गाकर प्रभु श्रीराम की नगरी और उनकी कृपा का वर्णन किया। संगम मिश्रा ने अयोध्या के संघर्ष पर स्वरचित गीत सुनाकर रगों में रोमांच भर दिया।
अक्षया फाउंडेशन के इस आयोजन की प्रशंसा करते हुए योगी कमलनाथ ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन को परिणामकारी बनाने में गोरक्षपीठ की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका रही है। युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज ने इसे रणनीतिक रूप दिया तो उनके बाद राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने इसे जन-जन का आंदोलन बनाया। राम मंदिर निर्माण के अपने गुरुजनों के संकल्प को वर्तमान पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी महाराज ने अपने जीवन का मिशन बना लिया। राम मंदिर निर्माण एवं श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के माध्यम से योगी जी ने गोरक्षपीठ के ब्रह्मलीन पीठाधीश्वरों को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद दीपोत्सव का आयोजन किया गया। भीम सरोवर के समीप श्रीराम मंदिर के प्रतिकृति की सजी रंगोली के चारो तरफ और सरोवर तट पर प्रज्ज्वलित अगणित दीपों की आभा देखते ही बन रही थी। कार्यक्रम में आगतों का स्वागत अक्षया फाउंडेशन के अध्यक्ष दुर्गेश बजाज व आभार ज्ञापन महामंत्री पवन शाह ने किया। इस अवसर पर द्वारिका तिवारी, वीरेंद्र सिंह, अक्षया फाउंडेशन के कोषाध्यक्ष विनय गौतम, शशांक पांडेय, नीरज पांडेय, अंजली सिंह, हरिश्चंद्र, राकेश श्रीवास्तव, अनादि कुमार सिंह, उदय प्रताप सिंह, आलोक मल्ल आदि मौजूद रहे।