गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य यात्रा को श्रीराम झंडी दिखाकर किया गया रवाना

गोरखपुर

  • भारत का चिंतन”सर्वे भवन्तु सुखिनः” : सुभाष
  • नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन गोरक्ष प्रांत-अवध प्रांत के प्रयास से भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा की शुरुआत
  • लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर व महराजगंज के रोगियों की सेवा हेतु आयोजित
  • स्वास्थ्य सेवा यात्रा में 800 चिकित्सक 290 गांवों में जाकर लोगो की बीमारियों का करेंगे नि:शुल्क इलाज

गोरखपुर। आज पूरे दुनिया के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो रहा है, भगवान श्री राम अपने घर में स्थान प्राप्त कर चुके है, हमने श्री राम मंदिर का संकल्प लिया था वो संकल्प पूरा हुआ। आज अयोध्या के अंदर पूरा विश्व दिखता है, भारत का चिंतन राम का चिंतन है, राम राष्ट्र नायक है, भारत का चिंतन समाज का चिंतन है, व्यक्ति का चिंतन है, मानवता का चिंतन है। भारत का चिंतन नारी के सम्मान का चिंतन है। श्री कृष्ण का दुष्टों के नाश के लिए काम किया, और धर्म की स्थापना का चिंतन किया। शिव ने विष पीकर सृष्टि का चिंतन किया सृष्टि की रक्षा की। “सर्वे भवन्तु सुखिन:” का चिंतन भारत का चिंतन है। उक्त बाते गोरखनाथ मंदिर के परिसर में नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन द्वारा आयोजित गुरु गोरक्षनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा के उद्घाटन अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरक्ष प्रांत के प्रांत प्रचारक सुभाष ने कहा।
आगे उन्होंने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में काम करने वाले लोगो को सभी के निरामय होने के लिए काम करना है। जो भी सेवा हमसे हो सके हम उस सेवा को करे। सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। स्वामी विवेकानंद अमेरिका से वापस आए तो विद्यालय और चिकित्सालय खोला और लोगो के अंदर चरित्र निर्माण का कार्य किया। उसी तरह हमे अपने सेवा से लोगो के मन में चरित्र का निर्माण करना है। हमारे लिए देश ही सर्वोपरि है, देश हमें देता है सबकुछ हम भी तो कुछ देना सीखे। हमारे पुरखों ने विश्व के कल्याण की जिमेदारी तय की थी हमे भी इसी प्रकार अपनी जिम्मेदारी तय करनी होगी। जो युवा चिकित्सक इस स्वास्थ्य सेवा यात्रा में जारहे है सभी की उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।


कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी कमलनाथ ने कहा कि सेवा का अवसर आप सभी को मिला है,अपनी सेवा से समाज कल्याण करिए। आप सभी को शुभकामनाएं देता हु। कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि गोरखपुर मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. एस के आर्य ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सेवा कार्य एक पुण्य कार्य है। हम डॉक्टर अपने कार्य से ही सर्वसमाज के रोगियों की सेवा करते है। इस प्रकार की स्वास्थ्य यात्रा सराहनीय है।
अतिथियों द्वारा गोरखनाथ मंदिर परिसर में डॉक्टर की बसों को श्रीराम झंडी दिखाकर रवाना किया गया। स्वास्थ्य यात्रा की प्रस्तावना व वृतांत महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव ने रखी। धन्यवाद ज्ञापन देवरिया मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ राजेश बरनवाल ने किया।  कार्यक्रम का संचालन डा अमित सिंह श्रीनेत ने किया।
नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन गोरक्ष प्रांत एवम अवध प्रांत एवम अन्य सहयोगी संगठनों के सम्मिलित प्रयास से भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा थारू जनजातीय एवम समीपवर्ती क्षेत्रों के 6 जिलों (लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर व महराजगंज) में सर्वसमाज के रोगियों की सेवा हेतु आयोजित हो रही, जो तीन दिन तक चलेगी। इस स्वास्थ्य सेवा यात्रा में 800 चिकित्सक 290 गांवों में जाकर लोगो की बीमारियों का नि:शुल्क इलाज करेंगे।

उक्त अवसर पर प्रांत संघचालक डा महेंद्र अग्रवाल, डा अमरेश सिंह, आईएमए की अध्यक्ष डा स्मिता जयसवाल, डा रीना श्रीवास्तव, डा पी एन सिंह, हरे कृष्ण सिंह, शैलेश मणि त्रिपाठी आदि लोग उपस्थित रहे।

Related Articles