लॉजिस्टिक के क्षेत्र में शुरू होगा बीबीए ऑनर्स का कोर्स
गोरखपुर
महायोगी गोरखनाथ विवि ने लॉजिस्टिक सेक्टर स्किल काउंसिल से किया एमओयू
गोरखपुर, 15 फरवरी। स्किल इंडिया मिशन के तहत महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, गोरखपुर में सत्र 2024-25 से लॉजिस्टिक के क्षेत्र में बीबीए (ऑनर्स) का पाठ्यक्रम शुरू होगा। लॉजिस्टिक अप्रेंटिशशिप प्रोग्राम के तहत इस कोर्स को शुरू करने के लिए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने लॉजिस्टिक सेक्टर स्किल काउंसिल से समझौता करार (एमओयू) किया है।
गुरुवार को लॉजिस्टिक सेक्टर स्किल काउंसिल के प्रो. एस. गणेशन, प्रो. गायत्री एच, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, प्रशासनिक अधिष्ठाता प्रो.राजेंद्र भारती, अधिष्ठाता प्रो .सुनील कुमार सिंह, अधिष्ठाता कृषि डॉ. विमल कुमार दुबे और परीक्षा नियंत्रक अमित सिंह की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर कर इसका आदान प्रदान किया गया। समझौता करार के बाद लॉजिस्टिक सेक्टर स्किल काउंसिल के विशेषज्ञों ने बीबीए लॉजिस्टिक कोर्स के बारे में जानकारी दी। उन्होंने हुए बताया कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूजीसी के मानकों पर आधारित स्किल्ड बेस्ड पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है। भारत सरकार के स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत युवाओं को स्किल्ड बनाने के लिए बीबीए लॉजिस्टिक पाठ्यक्रम से युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
इस पाठ्यक्रम की खासियत बताते हुए प्रो. एस. गणेशन ने कहा कि हर्ष का विषय है कि लॉजिस्टिक सेक्टर स्किल काउंसिल, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए रोजगार गारंटी योजना के लिए अनुबंध कर रहा है। इससे युवाओं को पढ़ाई के दौरान स्किल ट्रेनिंग के साथ शत प्रतिशत रोजगार के प्रति संकल्पित किया जायेगा। युवाओं को पढ़ाई के दौरान ही ‘सीखते हुए कमाएं’ यानी (अर्निंग बाई लर्निंग) की तरफ अग्रसर किया जाएगा।
इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने लॉजिस्टिक सेक्टर स्किल के साथ हुए समझौता पत्र पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय कृत संकल्पित है। शिक्षा के साथ उन्हे रोजगार के प्रति उन्मुख करने के लिए लॉजिस्टिक सेक्टर स्किल से आज समझौता करार किया गया है। पूर्ण विश्वास है स्किल्ड बेस्ड पाठ्यक्रम से युवाओं में आत्मविश्वास का संचार होगा, जिससे उन्हें शिक्षा के साथ स्वयं को रोजगार के लिए तैयार कर कैरियर में शत प्रतिशत संभावना को तलाशने में सहायता मिलेगी।