महिला आत्मनिर्भर तो समाज स्वतः होगा सशक्त : सीएम योगी

गोरखपुर

 

  • नारी शक्ति वंदन सम्मेलन में बोले मुख्यमंत्री
  • एनआरएलएम से जुड़ी महिलाओं से संवाद किया सीएम ने
  • महिला स्वयं सहायता समूहों में वितरित किए 54 करोड़ 25 लाख रुपये के ऋण

गोरखपुर, 15 फरवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यदि एक महिला आत्मनिर्भर होती है तो समाज स्वतः सशक्त होता है। जिस समाज में महिला सशक्त होती है, उस समाज को आगे बढ़ने से कोई नही रोक सकता। वर्ष 2047 में जब देश आजादी का 100वां वर्ष पूरा करेगा तो हमे एक विकसित भारत मिलेगा जिसमें देश की आधी आबादी अपना विकास करेगी। महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार प्रत्येक स्तर पर प्रयास करेगी ताकि उनकी सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन का कार्य सुनिश्चित रहे।

सीएम योगी गुरुवार को योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में नारी शक्ति वंदन सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) से जुड़ी लाभार्थी महिलाओं से संवाद और 3617 स्वयं सहायता समूहों को 54 करोड़ 25 लाख रुपये का अंशकालिक ऋण भी वितरित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी आबादी को विकसित करके ही सरकार विकास की नई ऊंचाईयों को प्राप्त कर पायेगी। सरकार सभी महिलाओं को आश्वस्त करती है कि उनके हितो के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करेगी। शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य पूरी जिम्मेदारी के साथ करेगी। पीएम मोदी के नारी सम्मान व सुरक्षा के विजन के अनुसार गोरखपुर के सभी महिला स्वयं सहायता समूहों एवं एनजीओ, राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन के तहत अपने पैरों पर खड़ा होकर स्वावलम्बन का जीवन व्यतीत कर रही हैं।

संसद व विधानसभा में बढ़ेगी आधी आबादी की भागीदारी

सीएम योगी ने कहा कि पिछले लोकसभा सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा व विधानसभा में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित किया। इसके तहत अब लोकसभा व विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण का लाभ प्राप्त होगा। विगत समय से लोकसभा व विधानसभाओं में देश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व बहुत कम था। अब बिना किसी भेदभाव के उनका 33 प्रतिशत स्थान आरक्षित रहेगा।

 

महिला सशक्तिकरण के लिए शुरू हुए कई कार्यक्रम

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कार्यक्रम शुरू किये हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, मातृ वंदना योजना आदि की केन्द्र बिन्दु महिलाएं रही हैं। प्रधानमंत्री के विजन के अनुसार आज हर, महिला, किसान को बिना भेदभाव के सभी सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिनके पास आवास नहीं होता वे बहुत कष्ट में रहते है, महिलाएं उससे और कष्ट में रहती हैं। शासन द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के माध्यम से केवल गोरखपुर में 61556 पात्रों को आवास का लाभ मिला है। मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत गोरखपुर में 38866 लोगों को आवास का लाभ प्राप्त हुआ है।

 

महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रही डबल इंजन की सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गोरखपुर में कुल गठित स्वयं सहायता समूह की संख्या 20847 है, जिसमें 3 लाख 5 हजार से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं। जनपद में 63563 महिलाएं निराश्रित पेंशन, 54062 महिलएं वृद्धा पेंशन तथा 6094 महिलाएं दिव्यांगजन पेंशन योजना में लाभान्वित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 2 लाख 91 हजार महिलाओं को निःशुल्क गैस का कनेक्शन प्राप्त हुआ है। 56 स्वयं सहायता समूह राशन की दुकानों का संचालन कर रही हैं जिसमें 438 महिलाएं जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि पहले महिलाओं को घर से बाहर नहीं जाने दिया जाता था किन्तु आज स्वयं सहायता समूह के माध्यम से वे सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा रही हैं। डबल इंजन की सरकार ने उनके उत्थान के लिए कई कार्यक्रम प्रारम्भ किये हैं।

 

बढ़ाने जा रहे कन्या सुमंगला योजना की धनराशि

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार कन्या सुमंगला योजना के तहत बेटी के जन्म से स्नातक तक की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता दे रही है। इस योजना के अन्तर्गत अप्रैल माह से इसकी धनराशि 25 हजार की जायेगी। इस योजना के अन्तर्गत 17 लाख से अधिक बेटियों को जोड़ा जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सम्मान के दिशा में प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत 3 लाख से अधिक बेटियों की शादी का कार्य सम्पन्न किया है। स्वामित्व योजना के तहत 90 लाख महिलाओं को घर का मालिकाना अधिकार दिलाया गया है। उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह हर विकास खण्ड में पोषण अभियान के लिए अच्छा आहार भी तैयार कर वितरित कर सकती हैं। इससे वे अधिक मुनाफा कमा सकती हैं। बीसी सखी ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक की कमी को दूर कर रही है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के बाद हमें किसी भी स्तर पर भेदभाव स्वीकार नही करना चाहिए। यह नारी शक्ति सम्मेलन इसी बात को प्रदर्शित करता है। इसका उद्देश्य यह है कि जो लाभान्वित हैं वे बोले तथा जिनको लाभ नहीं मिला, उन्हें लाभान्वित किया जाये।

 

विकसित राष्ट्र बनाने में सबको देना होगा योगदान

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव का यह प्रथम वर्ष है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले 25 वर्षो अर्थात 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रयास में हम सबको कार्य करना होगा। इस काल में हर किसान, नौजवान खुशहाल और आत्म निर्भर हो तथा देश की आधी आबादी बिना किसी भेदभाव के सुरक्षित व सम्मानित महसूस कर सके इसके लिए हम सबको प्रयास करना होगा।

इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल तथा महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने भी लोगों को सम्बोधित किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य डॉ धर्मेंन्द्र सिंह, विधायक प्रदीप शुक्ल, विपिन सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह आदि भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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