मनमोहक प्रस्तुति के साथ हुआ “लोकगीतों में राम” कार्यशाला का समापन
गोरखपुर
गोरखपुर। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सहयोग से शारदा संगीतालय द्वारा आयोजित दस दिवसीय कार्यशाला “लोकगीतों में राम” का समापन आज प्रतिभागियों द्वारा की गई प्रस्तुति से हुई । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रवीन्द्र मिश्र, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, ने कहा कि आज पूरा विश्व राममय है ऐसे में भगवान राम को समर्पित यह संगीतमयी कार्यशाला बहुत ही उपयोगी है। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती एवं स्मृति शेष लोकगायिका मैनावती देवी के चित्र पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण कर हुआ।
तत्पश्चात् प्रतिभागियों ने अपने गुरु डॉ राकेश श्रीवास्तव के निर्देशन में तैयार पारंपरिक लोकगीतों की सुमधुर प्रस्तुति की , सर्वप्रथम राम जन्म का सोहर “बाजेला बधईयाँ अंगनवाँ …. की प्रस्तुति हुई , तत्पश्चात् बधइया, तिलक गीत, चैता, विवाह गीत आदि की प्रस्तुति हुई । कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि घनश्याम चंदवासिया , डॉ टी एम त्रिपाठी, डॉ सुरेश एवं कनक हरि अग्रवाल रहे। कार्यशाला निर्देशक डॉ राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि लोकगीतों को संरक्षित करने एवं नई पीढ़ी की पारंपरिक गीतों से जोड़ने के उद्देश्य से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है जिसमें 32 प्रतिभागी भाग लिये । कार्यक्रम का संचालन शिवेंद्र पांडेय ने किया । सभी प्रतिभागियों को संस्कृति विभाग एवं शारदा संगीतालय की ओर से प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया । वाद्य यंत्रों पर बेचन गौड़ , अजय शर्मा, एवं अमर चन्द्र ने किया । कार्यशाला सहायक प्रेमनाथ ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।