फाइटोप्लाज्मा बनता है सैकड़ों पौधों की बीमारियों का कारण : डॉ. स्मृति मल्ल
गोरखपुर
महायोगी गोरखनाथ विवि के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में अतिथि व्याख्यान का आयोजन
गोरखपुर, 19 अप्रैल। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के अंतर्गत संचालित संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में शुक्रवार को अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में वनस्पति विज्ञान विभाग की सहायक आचार्य डॉ. स्मृति मल्ल ने बताया कि फाइटोप्लाज्मा दुनियाभर में सैकड़ों पौधों की बीमारियों का कारण बनता है। इससे कई फलदार और औषधीय गुणों वाले पौधे भी नष्ट हो रहे हैं। इन पौधों को संरक्षित करने की आवश्यकता है।
डॉ. मल्ल ने कहा कि घास, जड़ी-बूटियों और झाड़ियों से लेकर उच्च पौधों तक फाइटोप्लाज्मा रोगग्रस्त पौधे में अपने अलग-अलग विशिष्ट लक्षणों के लिए जाना जाता है। उन्होंने बताया कि आज फाइटोप्लाज्मा की पहचान के लिए नवीन तकनीकियां आ गई हैं जिन्हें अपनाकर इससे होने वाली बीमारियों से पौधों को बचाया जा सकता है। डॉ. मल्ल ने माइक्रोबायोलॉजी के क्षेत्र में करियर डेवलपमेंट से जुड़ी जानकारियां भी विद्यार्थियों संग साझा की।
व्याख्यान में विषय विशेषज्ञ वक्ता का स्वागत करते हुए संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. सुनील कुमार सिंह ने कहा कि माइक्रोबायोलॉजी के क्षेत्र में हो रहे कार्यों से अवगत कराने के लिए संकाय छात्रों के लिए नियमित तौर पर मार्गदर्शक कार्यक्रमों का आयोजन करता है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता प्रशासन डॉ. राजेन्द्र भारती, प्रज्ञा पांडेय, डॉ. अखिलेश कुमार दूबे, विभाग के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सृष्टि यदुवंशी ने किया।