2400 सौ दीपो से जगमग हुई यज्ञ प्रांगण

गोरखपुर

गोरखपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार, शान्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट के द्वारा पादरी बाजार के इस्टर्नपुर में 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं श्रीमद पावन प्रज्ञा पुराण कथा के तीसरे दिन शनिवार को प्रातः 8:30 बजे से 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ शांतिकुंज से आये देवदूत सुरेंद्र नाथ वर्मा की टोली के द्वारा संगीतमयी गीतों के साथ प्रारंभ हुआ।

यज्ञ में आहुति देते यजमानगण।

कार्यक्रम का शुभारंभ यजमानों द्वारा यज्ञ में आहुति देकर की गई। आज के मुख्य यजमान प्रमोद सिंह, सतीश, सुनील गुप्ता, पंकज गुप्ता, राजकुमार सभी सपरिवार शामिल हुए।
शांतिकुंज हरिद्वार से आये देवदूत सुरेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि यज्ञ से वातावरण परिष्कृत होता और संस्कार की स्थापना होती है। हमे समाज का निर्माण करने हेतु अपने संस्कार और संस्कृति के संकल्पों से के साथ बढ़ना पड़ेगा।
इस हेतु परम् पूज्य गुरुदेव ने अपने जीवन में 3200 साहित्य लिखा है, जिसमे मानव जीवन के सम्पूर्ण समस्याओं का निराकरण और उज्ज्वल भविष्यत का मार्ग प्रसस्त होता है।
पूज्य गुरुदेव का ज्ञान यज्ञ किसी के जीवन को बदल सकता है और मनुष्य में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण ला सकता है।
इसलिए हम सभी को परम् पूज्य के विचारों से अवगत होना और जन जन को कराना अतिआवश्यक है।
आभार और धन्यवाद व्यक्त मुख्य ट्रस्टी दीना नाथ सिंह ने किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुनील कुमार गुप्ता, सतीश, प्रमोद सिंह, मुनीब गुप्ता, राजकुमार गौड़, पंकज कुमार गुप्ता, हरगोविंद जायसवाल, आभा श्रीवास्तव, साधना श्रीवास्तव, शैलेन्द्र कुमार, कैलाश चौहान, राधेश्याम मिश्र, ममता श्रीवास्तव, कलावती मौर्य, पूनम सिंह, अनिता सिंह, हेमन्त त्रिगुणायत सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थिति रहे।

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