मानव सेवा ही नारायण सेवा के भाव से 50 वर्षों से सेवा दे रही है हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल : सीएम योगी
गोरखपुर
संतों के संकल्प बया करती है हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल
भाईजी और राधाबाबा ने अपना पूरा जीवन लोक-कल्याण हेतु समर्पित किया
सीएम योगी ने किया कैंसर की सिंकाई की अत्याधुनिक मशीन “वेरियन हेल्सियॉन” का शुभारंभ
“वेरियन हेल्सियॉन” मशीन से प्रतिदिन 150 कैंसर रोगियों का सिंकाई करने की क्षमता
गोरखपुर। हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान में कैंसर की सिंकाई की अत्याधुनिक मशीन वेरियन हेल्सियॉन का शुभारंभ हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कैंसर की सिंकाई की अत्याधुनिक मशीन का शुभारंभ फीता काट कर किया।
मशीन “वेरियन हेल्सियॉन” में प्रतिदिन 150 कैंसर रोगियों का निदान करने की क्षमता है। यह मशीन यहां पर स्थापित हो जाने से पूर्वांचल, बिहार प्रदेश के सटे जिलों के साथ पड़ोसी देश नेपाल के लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी।
हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान के उच्चीकृत एवं अत्याधुनिक चतुर्थ रेडियेशन मशीन ‘‘हेल्सीऑन लीनियर एक्सेलरेटर‘‘ का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी ने मशीन कक्ष के मुख्य द्वार पर फीता काट कर किया।
मुख्यमंत्री योगी को संस्था के न्यासीगण अतुल सर्राफ एवं प्रमोद मातनहेलिया ने अस्पताल की चिकित्सा में किए गये नवाचारों से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि यदि हम समय के अनुरुप नहीं चलते तो समय हमें पीछे ढकेल देता है और हम काल के गाल में समा जाते हैं। व्यक्ति, समाज और संस्थाओं के जीवन में यह सही है कि हमें समय से 10 कदम आगे चलना होगा।
मुख्य मंत्री योगी ने कहा कि आज बदलते परिवेश में चिकित्सा सेवा में अत्याधुनिक सुविधाएं, सेवाभाव, संवेदना सर्वाधिक आवश्यक है। आज यदि हम कैंसर उपचार के नवाचारों को अपनाएंगे जो लोग हमारा अनुसरण करेंगे अन्यथा पीछे ढकेल दिए जाएंगे। मुझे प्रसन्नता है कि हनुमान प्रसाद पोद्दार ने लगातार इन नवाचारों में अपने को सिद्ध किया है।
उन्होंने आगे कहा कि पहले कैंसर होने पर पूरा परिवार ढेर सारे संकटों से जूझता था किन्तु अब प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री आरोग्य योजना, मुत्रयमंत्री सहायता कोष ने लोगों का जीवन बदला है। अस्पताल के 50 वर्षों की अद्वितीय प्रगति का उल्लेख करते हुए उन्होंने सभी न्यासीगण को बधाई दी और कहा कि भाईजी व राधाबाबा का पूरा जीवन लोक-कल्याण हेतु समर्पित था। वे नर सेवा को ही नारायण सेवा मानते थे। इस अस्पताल ने अपनी पूरी यात्रा इसी भाव के साथ की।
उन्होंने मंच से अस्पताल प्रबन्धन को आश्वस्त किया कि अस्पताल के समस्त नवाचारों के लिए केन्द्र सरकार और राज्य सरकार से अपेक्षित सहयोग प्राप्त होता है।
योगी आदित्यनाथ का मंच पर पुष्पगुच्छ देकर स्वागत विष्णुप्रसाद अजितसरिया एवं डॉ. एच.आर. माली ने किया। भारतीय इतिहास संकलन अनुसंधान परिषद, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के निदेशक डॉ. ओम जी उपाध्याय ने स्वागत भाषण में 2017 के उपरान्त प्रदेश में हुए आमूलचूल परिवर्तनों विशेषकर चिकित्सा के क्षेत्र में हुई अभूतपूर्व प्रगति को रेखांकित किया।
इसके पश्चात संस्थान के संयुक्त सचिव रसेन्दु फोगला ने अस्पताल के सम्पूर्ण गतिविधियों एवं प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल अपनी स्थापना के स्वर्ण जयंती वर्ष में प्रवेश कर चुका है। 16 फरवरी 2025 को अस्पताल की गौरवशाली और संवेदनशील 50 वर्ष पूर्ण होंगे। मुझे इस यात्रा के कुछ महत्वपूर्ण और यादगार पड़ाव आपके साथ साझा करते हुए अत्यन्त गर्व का अनुभव हो रहा है। इन पाँच दशकों में हमने उत्तर प्रदेश, बिहार, नेपाल सहित देश के बड़े हिस्से के कैंसर रोगियों की सेवा की है।
लगभग 50 साल पूर्व, इस संस्था की स्थापना एक स्पष्ट लक्ष्य के साथ की गई थी- कैंसर से जूझ रहे लोगों के लिए आशा, उपचार और मानवता लाने का लक्ष्य। श्रद्धेय भाईजी के नाम पर स्थापित इस अस्पताल ने उनकी विरासत को अटूट समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ाया है।
इस अस्पताल में प्रतिवर्ष 4500 कैंसर रोगियों के नये पंजीयन के साथ ही 38000 कैंसर रोगी फालोअप में अपना ईलाज प्राप्त कर रहे है। श्रद्धेय भाईजी के अभिन्न श्रीराधाबाबा का संकल्प था कि धन के अभाव में कोई भी कैंसर रोगी इलाज से वंचित ना रह जाये। वर्ष 2018 में भारत सरकार द्वारा प्रारम्भ किये गये ‘‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’’ तथा पूज्य महाराज जी द्वारा प्रारम्भ ‘‘मुख्यमंत्री आर्थिक सहायता योजना’’ ने इस संकल्प को पूर्णता दी है। अब तक लगभग 17 हजार कैंसर रोगी इन योजनाओं से लाभान्वित हो चुके हैं।
कैंसर की तीनों विधाओं-कीमोथिरेपी, रेडियोथिरेपी एवं सर्जरी एक ही छत के नीचे उपलब्ध है। एम.सी.एच. आंको सर्जन द्वारा बराबर सर्जरी हो रही है। शिघ्र ही मोड्यूलर ओटी ब्लाक बनकर तैयार हो जायेगा।
उन्होंने कैंसर अस्पताल द्वारा प्रस्तावित भावी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि निकट भविष्य में अस्पताल का जो लक्ष्य है उसमें एम.आर.आई. व पेट-सी.टी. स्कैन मशीन की स्थापना, अस्पताल में ही डिप्लोमा इन मेडिकल रेडियोथिरेपी टेक्नालॉजिस्ट कोर्स को आरम्भ करना, ब्रेकीथिरेपी का एडवान्समेन्ट, बच्चों के कैंसर रोग के इलाज हेतु पीडियाट्रिक वार्ड का प्रारंभ करना, अन्तः रोगी कक्ष की शय्याओं को 110 से बढ़ाकर 250 करना, कैंसर रोगियों के लिए निःशुल्क तथा उनके परिजनों के लिए न्यूनतम दरों पर भोजन की व्यवस्था करना शामिल है। इसके साथ ही अस्पताल मूल भारतीय पद्धतियों- योग, अध्यात्म, आयुर्वेद, सिद्ध आदि के माध्यम से व्यक्ति की पंचविधि चिकित्सा जिसमें मानसिक व भावनात्मक, शारीरिक, सामाजिक, व्यवसायिक व आर्थिक पक्षों का संरक्षण होगा।
उन्होंने कहा कि हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल के लगभग 50 वर्षों की सफलता की कहानी इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि संतों के संकल्प से सब कुछ संभव है। मेरा यह विनम्र मत है कि इस कैंसर अस्पताल को 50 वर्षों तक सुचारू रूप से चलाना तथा अगले कुछ दशको के लिए बड़े लक्ष्यों का निर्धारण करना संस्था के किसी भी व्यक्ति या व्यक्ति समूह का बल-पौरूष नहीं है केवल संतों की कृपा ही एक मात्र अवलंब है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिह्न संस्थान के न्यासीगण विष्णु अजितसरिया, अतुल सर्राफ, प्रमोद मातनहेलिया, सचिव उमेश कुमारजी सिंहानिया एवं संयुक्त सचिव रसेन्दुजी फोगला द्वारा भेंट किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत अतुल सर्राफ (न्यासी) एवं प्रमोद मातनहेलिया (न्यासी), डा. पूनम गुप्ता (वरिष्ठ रेडियेशन आन्कोलाजिस्ट), डॉ. नरेन्द्र बिरबिया, डॉ.सी.पी. अवस्थी, डॉ. शमीला अलीम, डॉ. विवेक मल्होत्रा, डॉ. मोनालिसा बनर्जी, डॉ. मीनाक्षी राय, डॉ. अनुराग सिंह, अवनीश पाण्डेय, मलय मोहन जाजोदिया ने किया।
आभार व्यक्त संस्थान के सचिव उमेश कुमार सिंहानिया ने और संचालन डा. ओमजी उपाध्याय ने किया।
मुख्यमंत्री योगी को संस्था के न्यासीगण अतुल सर्राफ एवं प्रमोद मातनहेलिया ने अस्पताल की चिकित्सा में किए गये नवाचारों से अवगत कराया।