नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को शहर में और मजबूत करेंगी नर्सिंग की छात्राएं

गोरखपुर

सीडीओ की पहल पर सीएमओ ने डब्ल्यूएचओ व सहयोगी संस्थाओं की मदद से करवाया क्षमता संवर्धन

गोरखनाथ, जाफरा बाजार, निजामपुर और हुमायूंपुर में घर घर जाकर सर्वे में करेंगी सहयोग

गोरखपुर। जिले के शहरी क्षेत्र में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को और मजबूत करने के लिए नर्सिंग छात्राओं की मदद ली जाएगी । मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा की पहल पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और अन्य सहयोगी संस्थाओं की मदद से करीब 200 छात्राओं का क्षमता संवर्धन करवा दिया है। यह छात्राएं गोरखनाथ, जाफरा बाजार, निजामपुर और हुमायूंपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ घर घर जाकर सर्वे करेंगी और नियमित टीकाकरण के पात्र लाभार्थियों को चिन्हित करेंगी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग इन सभी लाभार्थियों पर फोकस करके उनका टीकाकरण कराएगा।

प्रशिक्षक और उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ हरिओम पांडेय का कहना है कि नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं के साथ प्रत्येक कॉलेज से दो नोडल शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया गया है। यह छात्राएं स्थानीय आशा कार्यकर्ता की मदद से घर घर जाएंगी। साथ ही लोगों को टीकाकरण का महत्व बताएंगी। समुदाय में संदेश देंगी कि बच्चों का पांच साल में सात बार नियमित टीकाकरण उन्हें गंभीर बीमारियों से बचाता है। किशोर किशोरियों और गर्भवती को टिटनेस व डिप्थीरिया से बचाव के लिए टीडी का टीका लगना अनिवार्य है। लोगों के मन से टीके के प्रति व्याप्त भ्रांति को दूर कर बताएंगी कि सरकारी अस्पताल का टीका सुरक्षित कोल्ड चेन में रहता है और काफी असरदार है। कुछ टीकों के लगने के बाद बुखार आना स्वाभाविक है, जो अपने आप ठीक हो जाता है।

नर्सिंग छात्राओं को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा, सहयोगी संस्था डब्ल्यूएचओ के अधिकारी डॉ मुनेंद्र, डॉ विनय, यूनिसेफ संस्था से डॉ हसन फहीम, यूएनडीपी संस्था से पवन सिंह आदि ने नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की महत्ता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। छात्राओं को सर्वे का तरीका भी सिखाया गया है। प्रशिक्षण लेने वालों में गोरखनाथ नर्सिंग स्कूल, सावित्री नर्सिंग स्कूल, गंगोत्री देवी नर्सिंग कॉलेज, फातिमा नर्सिंग कॉलेज और पैसिफिक नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं शामिल हैं।

उच्च जोखिम क्षेत्रों पर जोर

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि जिन चार इलाकों में सर्वे होने जा रहा है वह उच्च जोखिम क्षेत्र भी हैं। इन इलाकों में नियमित टीकाकरण के प्रति इंकार की भी शिकायते हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने पांच कॉलेज के प्रधनाचार्यों को पत्र लिख कर इस संबंध में सहयोग मांगा था। प्रशिक्षण का कार्य सोमवार को एनेक्सी भवन में पूरा कर लिया गया। शीघ्र ही यह छात्राएं घर घर सर्वे का काम शुरू कर देंगी। साथ में यह भी संदेश देंगी कि नियमित टीकाकरण की सुविधा शहर में सभी 23 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर मौजूद है। टीकाकरण के लिए यूविन पोर्टल के जरिये ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा का भी प्रचार प्रसार किया जाएगा।

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