शिशु मंदिर में आज भी कायम है संस्कार युक्त शिक्षा : राकेश श्रीवास्तव

  • सम्मान समारोह में पूजे गए दादा और दादी 
  • सभी रिश्तों का सम्मान, आशीर्वाद और संस्कार प्राप्त होता है : प्रधानाचार्य

गोरखपुर। सरस्वती शिशु मंदिर पक्कीबाग में शुक्रवार को विद्याभारती योजनानुसार दादा-दादी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय लोकगायक राकेश कुमार श्रीवास्तव उपस्थित रहे। इस अवसर पर शिशुवाटिका के नन्हें – मुन्हें बच्चों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी गई, साथ ही बच्चों द्वारा उनके दादा-दादी का पूजन एवं सम्मान कराया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर राजेश सिंह ने कहा कि, पहले हम सभी संयुक्त परिवारों में रहा करते थे, तो दादा- दादी, चाचा-चाची, भाई-बहन सभी रिश्तों का साथ तथा आशीर्वाद और संस्कार भी प्राप्त होता था। अब एकांकी परिवारों में पल रहे बच्चे इन रिश्तों से वंचित होते जा रहे हैं। ऐसे में हमारा विद्यालय संस्कारयुक्त शिक्षा देने का कार्य कर रहा है।


मुख्य अतिथि ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर ही एक ऐसा विद्यालय है जहां पर संस्कार युक्त शिक्षा देने का कार्य हो रहा है। आज हम भौतिकवादी युग में सब कुछ खोते जा रहे हैं। लेकिन यह विद्यालय आज भी संस्कार, सम्मान, बड़े छोटों का लाज लिहाज, बच्चों की परवरिश किस प्रकार से होनी चाहिए इस पर ध्यान दे रहा है। साथी ही उन्होंने कहा कि इस प्रकार का प्रेरणादायी आयोजन समय – समय पर होना चाहिए। इस कार्यक्रम को कराने के लिए मैं विद्यालय परिवार को बधाई देता हूं।
आभार ज्ञापित शिशुवाटिका प्रमुख श्रीमती मीनाक्षी सिंह ने किया। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।

Related Articles