धूमधाम से मना महायोगी लोकनाथ का आविर्भाव उत्सव
गोरखपुर
लोक कल्याण करने और सत्य का राह दिखाने हेतु समय-समय पर अवतरित होते हैं संत — डा• रूप
गोरखपुर। महायोगी बाबा लोकनाथ जी का आविर्भाव उत्सव भक्तों मे बड़े भक्तिभाव से दुर्गाबाड़ी के परिसर में मनाया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्वान्ह पूजन, पुष्पांजलि से हुआ।
सर्वप्रथम आरती एवम् पुष्पार्पण बंगाली समिति के संरक्षक डा रुप कुमार बनर्जी एवं अध्यक्ष डा अमर नाथ चटर्जी ने त्रिकालदर्शी बाबा लोकनाथ के चित्र पर किया।
अशोक देव (नीलु दादा) की टीम ने भजन कीर्तन से माहौल को पूरी तरह भक्तिमय बना दिया।
महायोगी लोकनाथ के विषय में जानकारी देते आयोजक पार्थो चटर्जी एव दीपक चक्रवर्ती ने कहा कि बाबा लोकनाथ का जन्म धर्म की प्रतिष्ठा एवं दुराचारायों कू विनाश के लिए रोहणी नक्षत्र में शुभ जन्माष्टमी तिथि में बंगाल के कचुआ गांव मे 1730 ई में श्री राम कान्हाई घोषाल के घर हुआ था। बचपन से ही धर्मपरायण लोकनाथ उपनयन संस्कार के बाद अपने गीरु श्री भगवान गांगुली के साथ गृह त्याग कर संन्यास धर्म अपनाया अपने गुरु के साथ भारत के विभिन्न तीर्थों का भ्रमण करते हुए, साधु संन्यासियों से विभिन्न धर्मो के बारे में जानकारी लेते हुए हिमालय की ओर चले गए। दुर्गम पहाड़ो की गुफाओं में चाल्लीस वर्षों तक घोर तपस्या और योग साधना करते हुए सिद्ध लाभ किया उसके उपरान्त वे वहां से मक्का, मदीना अफगानिस्तान और काबुल, यूरोप का पैदल परिभ्रमण करते हुए भारतभूमि में अपने गावं लौट कर लोक कल्याण कार्यों में लीन हो गए। बाबा लोकनाथ सभी से कहा करते थे कि “हे मानव तुम जब भी कहीं भी कष्ट में विपत्ती मे रहो मुझे बस स्मरण करो मैं सर्वदा तुम्हारी मदद करूंगा। बाबा लोकनाथ त्रिकालदर्शी सिद्ध योगी थे। उन्होने कोई मठ या मंदिर नहीं बनाया और न ही किसी को शिष्य बनाया। बस लोगों का कल्याण करते रहे ओर ऐसे ही बाबा लोकनाथ जी 2 जून सन् 1890 में 160 वर्ष की आयु मे अमर लोक की यात्रा पर चले गए।
कार्यक्रम में श्रीमती मीता चटर्जी, जया गांगुली, अर्चना चटर्जी, प्रतिमा चक्रवर्ती,. ज्योत्सना चटर्जी, श्यामली चटर्जी, अभिषेक चटर्जी, बाबाई, नूपुर बराट, नवीन कुमार मिश्र, तपन, विकास, मुख्रजी, एस डी विश्वास, अभिषेक चटर्जी, ओभी, सुभाष दत्ता, अरुण सारखेल, अजय चटर्जी, डा रचना, कल्पतरु लाहिड़ी, देवाशिष बराट, अरविंद कुमार सिंह, अचिंत्य लाहिड़ी, रवि चक्रवर्ती, देवाशिष कुन्डू,bविरेन्द्र पाल, उदिता श्रीवास्तव, प्रशान्त चटर्जी, वेद प्रकाश, कल्लोल चटर्जी, शुभोजीत नियोगी सहित तमाम भक्त उपस्थित रहे।