गौरव संग्रहालय में हों वैदिक काल से लेकर स्वतंत्रता आंदोलन तक के दर्शन : सीएम योगी
गोरखपुर
गोरखपुर में निर्माणाधीन गौरव संग्रहालय का मुख्यमंत्री ने किया निरीक्षण
संग्रहालय की गैलरियों में हो नाथ परम्परा से लेकर बुद्ध काल तक की पूरी जानकारी
गोरखपुर समेत पूर्वांचल की गौरव अनुभूतियों को भी किसी न किसी रूप में सहेजें संग्रहालय में
गोरखपुर, 21 सितंबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार शाम गोरखपुर के सिविल लाइंस क्षेत्र में निर्माणाधीन गौरव संग्रहालय का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्यों का अवलोकन करने के साथ ही इस पूरी परियोजना की विस्तृत जानकारी भी अधिकारियों से ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि यह गौरव संग्रहालय ऐसा होना चाहिए कि इसकी गैलरियों में वैदिक काल से लेकर स्वतंत्रता आंदोलन तक के दर्शन हों।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसकी गैलरियों में वैदिक काल, पुराण काल, उपनिषद काल, रामायण काल, नाथ परम्परा, बुद्व काल और स्वतन्त्रा संग्राम के बारे में पूरी जानकारी प्रदर्शित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गोरखपुर समेत पूर्वांचल की गौरव अनुभूतियों को भी किसी न किसी रूप में इस संग्रहालय में सहेजा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव आदि भी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि देश-दुनिया के पर्यटकों के ज्ञानवर्धन और मनोरंजन साथ राष्ट्रीयता से परिपूर्ण विरासत के संरक्षण के लिए गोरखपुर के सिविल लाइंस इलाके में योगी सरकार की तरफ से गौरव संग्रहालय का निर्माण कराया जा रहा है। करीब 21 करोड रुपये की लागत वाले गौरव सग्रहालय का निर्माण 1.60 एकड़ भूमि पर पर्यटन विभाग द्वारा यूपीपीएसीएल यूनिट-29 के माध्यम से कराया जा रहा है। गोरखपुर की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक समृद्धियों के दृष्टिगत इस संग्रहालय का निर्माण द्वितीय तल तक कराया जाना है, जिसमे टिकट काउंटर, इलेक्ट्रिक रूम, 250 लोगों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम, सोवीनीयर शॉप, सर्वर रूम, वर्कशॉप, ओपेन गैलरी, कैफेटेरिया, प्रसाधन, लिफ्ट, सभा कक्ष के साथ परिसर में लगभग तीन दर्जन चारपहिया वाहनों और एवं लगभग सवा सौ दोपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा होगी।