संगीत की रिकार्डिंग न होने से कलाकारों में रोष, शिकायत दर्ज कराई
गोरखपुर
कार्यक्रम प्रमुख आकाशवाणी केन्द्र, गोरखपुर से मिलकर शिकायत दर्ज कराई गई है।
गोरखपुर। आकाशवाणी केन्द् में विगत कई माह से संगीत की कोई रिकार्डिंग न होने से कलाकारों में रोष व्याप्त है। गोरखपुर केन्द्र जो कि मुख्यमंत्री योगी की कर्म स्थली है। इसमें कलाकरों की अच्छी संख्या है, जिनकी ख्याति देश-विदेश में है। इसको ध्यान में रखते हुए भारत सरकार द्वारा अच्छा बजट भी गोरखपुर केंद्र को आवंटित किया गया है। वर्तमान समय में कई मुख्य त्यौहार बीत रहे हैं। भारत सरकार के अन्य संगीत व संस्कृति से जुड़े विभाग इस समय कार्यक्रम की दृष्टि से जागरूक हैं। परंतु गोरखपुर आकाशवाणी जो संगीत वह संस्कृति उत्थान का एक महत्वपूर्ण केंद्र है वह पूरी तरह इस विषय पर उदासीन है। इसको लेकर स्थानीय कलाकारों में रोष व्याप्त है।
कलाकारों का मानना है कि कार्यक्रम प्रमुख गोरखपुर एक विशेष समुदाय से होने के नाते सनातनी कलाकारों से विद्वेष पूर्ण भावना रखते हैं। इससे पूर्व भी कलाकारों का एक प्रतिनिधिमंडल कार्यक्रम प्रमुख मिलकर अपनी मांग रख चुका है। कलाकारों ने बताया कि कार्यक्रम रिकॉर्ड करने के अनुरोध के साथ कई बार मिल चुके हैं। परंतु अभी तक उनके अनुरोध को गंभीरता से नहीं लिया गया है।
प्रतिनिधि मंडल ने कार्यक्रम प्रमुख से पुनः मिलकर एक अनुरोध पत्र दिया है। जिसमें 10 दिन के भीतर इस विषय पर गंभीरता से विचार करने की बात कही गई है। उन्होंने कहा है कि इस दौरान अगर कलाकारों की रिकॉर्डिंग शुरू नहीं हुई तो शहर वह आस-पास के सभी कलाकार धरने पर बैठ जाएंगे। जिसकी जिम्मेदारी पूर्ण रूप से कार्यक्रम प्रमुख की होगी।
इसके साथ ही सीईओ प्रसार भारती, मुख्यमंत्री (उ० प्र०), सदर सांसद को भी को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है। प्रतिनिधि मंडल में लोक गायक राकेश श्रीवास्तव, राकेश उपाध्याय, जगदीश त्रिपाठी, गोपाल पांडेय, श्रीराम गुप्ता, द्वारिका प्रसाद मिश्र, देवेंद्र उपाध्याय, सारिका राय, सुमन वर्मा, साधना चतुर्वेदी, बबीता शुक्ला, सुनीता मिश्र रही।