भयंकर युद्ध में श्रीराम के हाथों से कुंभकरण का हुआ बध

गोरखपुर

श्री श्री रामलीला समिति आर्यनगर के दसवें दिन शुक्रवार को मानसरोवर मैदान मे (कार्तिकेय संस्था) मुरादाबाद के पंकज दर्पण अग्रवाल के द्वारा मंचन में जब रावण को लक्ष्मण के मूर्च्छा से बाहर आने की सूचना मिलती है तो रावण प्रयत्न करके अपने भाई कुंभकरण जो 6 महीने में सोता है और एक दिन जगाता है को बहुत प्रयत्न करके जगाता है। जब कुंभकरण को पता चलता है कि रावण ने सीता का हरण कर लिया और विभीषण भी राम से जाकर मिल गया है तो कुंभकरण रावण को समझने की कोशिश करता है परंतु रावण नहीं मानता। इस पर कुंभकरण युद्ध के लिए जाता है । कुंभकरण हनुमान ,सुग्रीव ,लक्ष्मण सबसे युद्ध करता है परंतु कोई उसे हरा नहीं पता है। पूरी राम के सेना में भगदड़ मच जाता है। तब विभीषण कुंभकरण को समझने आता है परंतु विभीषण के बात का प्रभाव भी कुंभकरण पर नहीं पड़ता है । कुंभकरण कहता है तुम अपने धर्म का पालन करो मुझे अपने धर्म का पालन करने दो फिर श्रीराम आते और कुंभकरण से भयंकर युद्ध होता है। श्रीराम कुंभकरण का वध कर देते हैं फिर लंका में शोक की लहर दौड़े जाती है परंतु अगले दिन इंद्रजीत यज्ञ करने जाता है और यज्ञ करता है। यज्ञ को विध्वंस करने के लिए लक्ष्मण जी पहुंचते हैं और दोनों में युद्ध होता है। लक्ष्मण कथा अन्य सभी बंदर इंद्रजीत के यज्ञ को विध्वंस कर देते हैं।

आरती में मुख्य अतिथि सहजानन्द राय क्षेत्रीय अध्यक्ष, प्रदीप शुक्ला विधायक, चारु चौधरी महिला आयोग की उपाध्यक्ष, कनक हरि अग्रवाल, अमर नाथ जायसवाल, पुष्पदंत जैन, राजीव रंजन अग्रवाल शामिल थे।

जिसमे मुख्य रूप से दीप जी अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, संतोष राजभर, अनुराग गुप्ता, भागवत अग्रवाल व अन्य लोग उपस्थित रहे।

श्री श्री रामलीला समिति के मीडिया प्रभारी बृजेश मिश्रा ने बताया कि कल उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री परम पूज्य महंत योगी आदित्यनाथ जी महाराज द्वारा भगवान श्री राम जी का तिलक , कुंभकरण वध, मेघनाथ वध का मंचन किया जाएगा।

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