पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने जनजागृति फैलाने के लिए निकाली ‘हिन्दू एकता यात्रा’
छतरपुर
‘हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहा, रोकने के लिए सड़क पर उतरना होगा’, हिन्दू एकता यात्रा से पहले बोले बाबा बागेश्वर
2005 में कुछ सौ एकड़ जमीनों वाले वक्फ बोर्ड के पास आज साढ़े आठ लाख एकड़ से भी अधिक जमीनें हो गई हैं।
छतरपुर। बाबा बागेश्वर धाम यानि कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हिन्दुओं में जनजागृति फैलाने के लिए अपने आश्रम बाबा बागेश्वर धाम, छतरपुर से राम राजा ओरछा तक हिन्दू एकता यात्रा निकाल रहे हैं। इससे पहले उन्होंने हिन्दुओं के खिलाफ हो अत्याचारों को रोकने के लिए हिन्दुओं से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया। साथ ही इस यात्रा में शामिल भारी संख्या में हिन्दुओं को लेकर कहा कि ये हिन्दुओं की जागृति का प्रमाण व बजरंग बली के भक्तों का उबाल है।
वो यात्रा में शामिल भीड़ को संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान उन्होंने ये बात कही। हिन्दू संत ने वक्फ बोर्ड ये मनानियों का जिक्र करते हुए कहा कि ये हिन्दू समाज पर अत्याचार से कहीं अधिक है कि 2005 में कुछ सौ एकड़ जमीनों वाले वक्फ बोर्ड के पास आज साढ़े आठ लाख एकड़ से भी अधिक जमीनें हो गई हैं। हद तो ये है कि वे संसद पर दावा तो ठोंक रहे हैं, लेकिन कल को ये देश पर भी दावा ठोंक देंगे।
बाबा बागेश्वर धाम कहते हैं कि मुझे बाबा बजरंगबली की कृपा और हिन्दुओं पर इस बात का पूरा भरोसा है कि धर्म विरोधियों के खिलाफ एक स्वर में हिन्दू सड़कों पर उतरेगा तो ही इस अत्याचार को रोका जा सकता है। हिन्दू संत ने हुंकार भरी कि हमें हर हाल में जाति-पांति के बंधनों को मिटाना है। जैसी भीड़ हिन्दू एकता यात्रा में आई है, वैसी भीड़ हर दिन बागेश्वर धाम में लगती है। अगर इसी तरह से हिन्दू जातियों में बंटेगा तो कटेगा। हमने एक प्रण ले लिया है कि हिन्दुओं को एक करना है।
29 नवंबर तक चलेगी यात्रा
गौरतलब है कि बाबा बागेश्वर की हिन्दू एकता यात्रा आज यानि कि 21 नवंबर से 29 दिसंबर तक चलेगी, जो कि बागेश्वर धाम से ओरछा तक जाएगी। इस दरमियान सनातन धर्म का प्रसार किया जाएगा। अपनी इस यात्रा के दौरान बाबा बागेश्वर धाम प्रतिदिन 20 किलोमीटर की यात्रा करेंगे।
देशभर में करेंगे यात्रा
बाबा बागेश्वर ने ऐलान किया कि वह देशभर में यात्राएं करके हिन्दुओं को जागृत करने का कार्य करेंगे। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि यात्रा की शुरुआत बाबा बागेश्वर धाम से राम राजा ओरछा तक होगी। दूसरी यात्रा दिल्ली से वृंदावन तक होगी, तीसरी यात्रा लखनऊ से अयोध्या तक और चौथी यात्रा बेल्लूर से तिरुपति बालाजी तक होगी। इस यात्रा के दौरान रथ यात्रा करके हिन्दुओं को जागृत करने का कार्य करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ को गैर सनातनियों के प्रवेश को लेकर स्पष्ट किया कि जो व्यक्ति सनातन धर्म की परंपरा, महाकुंभ के महत्व, शाही स्नान के महत्व को नहीं जानता है तो उसका वहां क्या काम।
मौलाना तौकीर रजा के जहरीले बोल पर बाबा बागेश्वर धाम-हिन्दुओं को समझना होगा, मुस्लिमों में एकता है तो आपमें क्यों नहीं?
बाबा बागेश्वर धाम पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मौलाना तौकीर रजा के जहरीले बोल पर हिन्दुओं को सचेत किया है। उन्होंने तौकीर रजा की धमकी पर कहा कि देश में मुस्लिमों की आबादी 20 प्रतिशत से अधिक हो गई है। विदेशों में मुस्लिमों के अच्छे कनेक्शन हैं, ये कानून तोड़ने में भी माहिर हैं। उनके हाव-भाव बहुत ही बढ़े हुए हैं। हिन्दुओं और सनातनियों को इस बात को समझना होगा।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने जी न्यूज को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। उन्होंने हिन्दुओं से अपील की अगर उनमें (मुस्लिमों) एकता है तो आप में क्यों नहीं? अगर वो अपनी जनसंख्या के दम पर हमें डराने की कोशिश कर सकते हैं, हम क्यों नहीं? बाबा बागेश्वर कहते हैं कि एक-एक करके हिन्दुओं को काटा जा रहा है, बांग्लादेश में हिन्दुओं की हालत के बारे में तो सभी जानते हैं, पश्चिम बंगाल और मणिपुर के हालात भी वैसे ही हैं। नूंह और मेवात की घटनाओं के बारे में तो सभी को पता ही होगा। बहराइच और बरेली भी इससे अछूते नहीं हैं। अब तो हालात ये हो गए हैं कि अब तीर्थ स्थानों पर भी हिन्दुओं को टार्गेट किया जा रहा है। दुर्गा पंडालों और भगवान राम की यात्रा पर पत्थरबाजी इसका उदाहरण है।
क्या था तौकीर रजा का बयान
गौरतलब ही कि मौलाना तौकीर रजा ने राजस्थान में जहर उगलते हुए कहा था कि वैसे तो सरकारें ही बेइमान होती हैं, लेकिन ये वाली (भाजपा) कुछ ज्यादा ही बेइमान है। तौकीर रजा ने मुस्लिमों की आबादी की दंभ भरते हुए कहा था कि हमारी आबादी को दबाया जा रहा है, जिस दिन हम सड़कों पर आ गए तो तुम्हारी रूह कांप जाएगी। कट्टरपंथी इस्लामिस्ट ने मुस्लिमों को हिंसा के लिए भड़काते हुए कहा था कि हमारे लड़कों को हमने रोक रखा है, वो बुजदिल नहीं है। अगर हमें हमारी बात मनवानी है तो सड़कों पर उतरकर दिल्ली घेरनी होगी।