प्रकाट्यकोत्सव पर गूंजे दादी की जयघोष, भजनों पर देर रात तक झूमते रहे दादी भक्त
गोरखपुर
गोरखपुर। श्रीराणीसती दादी जी का प्रकाट्यकोत्सव” पर श्रीराणी सती दादी सेवा मण्डल द्वारा भजन संध्या आयोजित किया गया। “श्रीराणीसती दादी जी का प्रकाट्यकोत्सव” मंगसिर बदी नवमी पर रविवार को रेती चौक स्थित कालीबाड़ी मंदिर प्रांगण में “भजन संध्या” का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
भजन गायक राज पांडेय ने गणेश वंदना से भजन संध्या की शुरुआत की। इसके बाद हनुमान जी आह्वाहन, पितर, खाटू श्याम के भजनों के पश्चात दादी जी का गुणगान किया। राज ने भजनों की ऐसी गंगा बहायी की भक्त देर रात तक झूमते रहे।
भजनों में वो भाव दे मेरे भजन मशहूर हो जाए…, चुनरी ओढ़ ले सतरंगी दादी होली आई है…, दादी आओ तो सही टाबरिया बुलावे इतनी देर क्यों करी…, दादी के दीवाने आ गए मस्ती में मस्ती में…, तेरा ही सहारा हमे तेरा ही सहारा…, दादी दादी रटते रटते…, दादी दादी जब तू गायेगा…, मेहंदी, चुनरी, गजरा के भजनों की गंगा में भक्तों ने डुबकी लगाई।
भजन संध्या का शुभारंभ शाम सात बजे से की गई जो देर रात तक चलता रहा। देर रात में महाआरती के बाद भक्तों ने महाप्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पवन सिंघानिया, भरत जालान, अमित सिंघानिया, मनीष रूंगटा, मनोज गोयल, आनन्द जालान,नारायण खेमका, शैलेश तुलस्यान, दीपक जालान, अरूण बंका, चन्दन मोदी, पवन केसान,प्रदीप केडिया, संजय सिंघानिया, अतुल जालान,संदीप केडिया आदि बड़ी संख्या में दादी भक उपस्थित रहे।