“हिंदू एकता यात्रा” में शामिल हुई महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी
नौगांव
जिसके हृदय में भक्ति जाग जाती है वह सनातन के लिए एकत्रित हो जाता है: महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी
चौथे दिन की यात्रा नौगांव से शुरू हुई, महाराज की यात्रा जैसे ही आगे बढ़ी वैसे ही किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी भी शामिल हुई। उन्होंने पदयात्रियों को अपने आशीर्वचन से लाभान्वित करते हुए कहा कि जिसके हृदय में भक्ति जाग जाती है वह सनातन के लिए एकत्रित हो जाता है। उन्होंने कहा आज हिन्दुओं को एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने सभी हिन्दुओं से इस यात्रा को समर्थन देने का आग्रह किया।
शुक्रवार को गोरखपुर से वे प्रयागराज पहुंची। यहां पर महाकुंभ में किन्नर अखाड़ा की भूमि व धर्म ध्वजा पूजन के बाद सड़क मार्ग से सीधे रविवार को नौगॉव पहुंची। महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी ने यात्रा की सफलता की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ पैदल चलकर उनके संकल्प में सहभागिता की और हिंदुओं से एकजुट होने का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि अब हिंदुओं के एकजुट होने का समय आ गया है और महाराज की यात्रा में उनके साथ चल रहा यह अपार जनसमूह इस बात का प्रतीक है कि सभी हिंदू एकजुट हैं।
उन्होंने आचार्य पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर पुष्प वर्षा किया और शंखनाद कर सभी पदयात्रियों का स्वागत किया। इस दौरान अयोध्या हनुमान गड़ी के महंत राजू दास और श्रीधाम वृंदावन के कथा वाचक पंडित पुंडरीक गोस्वामी महाराज भी शामिल थे। इसके पूर्व प्रख्यात कथाव्यास अनिरुद्धाचार्य महाराज भी सनातन हिन्दु एकता पदयात्रा में शामिल हुए।