पल्स पोलियो की अभियान आठ दिसम्बर से शुरू, उदासीन परिवारों को भी करेंगे प्रेरित

गोरखपुर

सात विभाग मिल कर चलाएंगे पल्स पोलियो अभियान, उदासीन परिवारों को भी करेंगे प्रेरित

मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा ने पत्र जारी कर दिये विस्तृत दिशा निर्देश

घर घर भ्रमण के दौरान खसरा के संभावित मरीजों को भी रिपोर्ट करेंगी पल्स पोलियो टीम

गोरखपुर, 29 नवम्बर 2024। जिले में आठ दिसम्बर से शुरू हो रहे पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा ने सात विभागों की जिम्मेदारी तय की है। उन्होंने पत्र जारी कर इन विभागों को विस्तृत दिशा निर्देश दिये हैं। पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने में सहयोग करने के साथ साथ यह विभाग उदासीन (इंकारी) परिवारों को भी प्रेरित करेंगे ताकि उनके घर के बच्चे दवा पी सकें। साथ ही घर घर भ्रमण के दौरान पल्स पोलियो की टीम को खसरा के संभावित मरीजों की रिपोर्ट भी स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर करनी होगी।

मुख्य विकास अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग, आपूर्ति विभाग, नगर निकाय विभाग, पंचायती राज विभाग, आईसीडीएस और बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र जारी कर अभियान में सहयोग करने का निर्देश दिया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि पत्र के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की आशा कार्यकर्ता और स्थानीय पल्स पोलियो की टीम को पहले से ही अध्यापक, शिक्षामित्र, ग्राम प्रधान या वार्ड मेंबर अथवा उत्तरदायी व्यक्ति, धर्मगुरू और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से सम्पर्क कर गतिविधियों का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराना है। सुपरवाइजर इस कार्य का फॉलो अप करेंगे। सभी अधीक्षक अभियान के दौरान नियमित सांध्यकालीन बैठकें कर समीक्षा करेंगे और डब्ल्यूएचओ व यूनिसेफ के फीडबैक के आधार पर गैप्स को दूर करेंगे। पोलियो की प्रत्येक टीम को फीवर बिद रैश (संभावित खसरा) मरीजों की रिपोर्ट भी करनी होगी।

सीएमओ डॉ दूबे ने बताया कि दिसम्बर 2023 में चले पल्स पोलियो अभियान के दौरान करीब 8.93 लाख घरों के 6.47 लाख बच्चों को दवा पिलाई गई थी। इस वर्ष आठ दिसम्बर को जिले भर में बूथ पर दवा पिलाई जाएगी । नौ से तेरह दिसम्बर तक पल्स पोलियो की टीम घर घर जाकर दवा पिलाएंगी। छूटे हुए बच्चों को बी टीम द्वारा 16 दिसम्बर को दवा पिलाई जाएगी। इसके बाद सत्रह दिसम्बर को इन राउंड सर्वे कर पता लगाया जाएगा कि कहीं कोई अन्य बच्चा छूट तो नहीं रह गया है। ऐसे बच्चों को भी दवा पिलाई जाती है। बेसिक शिक्षा विभाग को निर्देश है कि अभियान के बूथ दिवस पर आठ दिसम्बर को सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक खुले रखे जाएं। एक दिन पहले रैली निकाली जाए और बुलावा टोली की मदद से पांच वर्ष तक के बच्चों को बुला कर पल्स पोलियो की दवा पिलाई जाए। सभी शिक्षा विभाग के सुपरवाइजर भी सांध्यकालीन बैठक में प्रतिभाग अवश्य करें।

माताओं को प्रेरित करें आंगनबाड़ी सहायिका

सीडीओ द्वारा जारी पत्र के मुताबिक आईसीडीएस से जुड़ी आंगनबाड़ी सहायिका को अपने केंद्र पर पंजीकृत तीन से पांच वर्ष तक के बच्चों को बूथ तक लाकर दवा पिलवानी है । तीन वर्ष के कम उम्र के बच्चों की माताओं को प्रेरित करना है कि वह बूथ पर पहुंच कर अपने पाल्यों को दवा पिलाएं। गांवों में ग्राम प्रधान या ग्राम सचिव और नगरों में वहां के जनप्रतिनिधि या वार्ड मेंबर के जरिये बूथ का उद्घाटन करने के साथ साथ उदासीन (इंकारी) परिवारों को स्थानीय प्रभावशाली लोगों के सहयोग से दवा पिलवाने के लिए तैयार करने को कहा गया है। आपूर्ति विभाग से जुड़े कोटेदार और राजस्व विभाग से जुड़े लेखपालों को भी प्रभावशाली लोगों की मदद से बच्चों के दवा पिलवाने का निर्देश जारी किया गया है।

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