नवोदित कलाकारों ने चित्रों के माध्यम से कला ऋषि बाबा योगेंद्र को किया याद

गोरखपुर

बाबा ने कला की सेवा में खपा दिया समूचा जीवन : प्रो दास 

गोरखपुर : कला रंगमंच को समर्पित अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती के संस्थापक कलाऋषि पद्मश्री बाबा योगेंद्र के 101वीं जयंती के अवसर पर सोमवार को व्यक्ति चित्रण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता चंद्रक्रांति रमावती आर्य महिला पीजी कॉलेज के सभागार में आयोजित किया गया। जिसमें विभिन्न इंटर कॉलेज, महाविद्यालय एवं दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग के करीब सौ से अधिक कलाकारों ने हिस्सा लिया।

प्रतियोगिता की शुरुआत में मुख्य अभ्यागत दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के पूर्व वरिष्ठ आचार्य प्रो शिव शरण दास, महाविद्यालय की प्रबंधक डॉ विजय लक्ष्मी मिश्रा, एवं प्राचार्य सुमन सिंह ने बाबा योगेंद्र जी के चित्र के समक्ष दीप जलाया तथा पुष्प अर्पित कर किया।

मुख्य अभ्यागत प्रो दास ने कहा कि बाबा लगभग 98 वर्ष की आयु में भी देश का भ्रमण करते रहे और नवोदित कलाकारों को संगठित व प्रोत्सहित करते रहते थे। बाबा ने कला की सेवा में समूचा जीवन समर्पित कर दिया था। उन्होंने कलाकारों को समय के नियोजन को विशेष ध्यान में देने को कहा।

प्रांत अध्यक्ष डॉ भारत भूषण ने कहा कि बाबा नवोदित कलाकारों के प्रेरणापुंज थे बाबा। बाबा कर्मयोगी थे। बचपन से ही चित्रकारी में गहरी अभिरुचि थी।

चित्र के माध्यम से उन्होंने देश का चित्र गढ़ा।

बाबा योगेंद्र ने अपना संपूर्ण जीवन ही कला के लिए समर्पित कर दिया था।

महाविद्यालय की प्रबंधक डॉ विजयलक्ष्मी मिश्रा ने कहा कि बाबा का अंतिम प्रवास गोरखपुर में हुआ और यह महाविद्यालय का सौभाग्य था की बाबा ने महाविद्यालय के बच्चों को संबोधित करते हुए नसे कहा था की जीवन में सफलता उसे ही प्राप्त होता है जिसने लक्ष्य को निर्धारित कर लिया है। लद्दाख मंडल में मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर में कल की सहायक आचार्य डॉक्टर शिवांशी सरकार एवं दिग्विजय नाथ एलटी कॉलेज में असि प्रो ममता केतन थी। समन्वयक असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रेखा रानी शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉक्टर सुमन सिंह महाविद्यालय की शिक्षक डॉक्टर रेखा श्रीवास्तव, अनूप अग्रवाल सुशील श्रीवास्तव सुनीता श्रीवास्तव डॉक्टर निशा, रीना, प्रेम सहित महाविद्यालय के शिक्षक उपस्थित रहे।

 यह हुए विजेता

1-  सुहानी मोदनवाल, प्रथम पुरस्कार दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय।

2-  वंश कुमार, द्वितीय पुरस्कार महात्मा गांधी इंटर कॉलेज।

3-  शिल्पी राय तृतीय पुरस्कार चंद्र कांति रामवती आर्य महिला डिग्री कॉलेज।

सांत्वना पुरस्कार के रूप में मोहिनी, रिया, ग्रेसी सिंह व कृष्ण वर्मा रहे।

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